व्हाइट हाउस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली पहली बैठक भारत और अमेरिका के बीच की साझेदारी को एक महत्वाकांक्षी ढंग से विस्तार देने के लिए एक दृष्टिकोण पेश करेगी.
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर व्हाइट हाउस की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस माह के अंत में वाशिंगटन जा सकते हैं. बैठक की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वर्ष के आखिर में वाशिंगटन का दौरा करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उनकी मेजबानी करेंगे. नए अमेरिकी प्रशासन के तहत दोनों देशों के बीच प्रगाढ़ होते संबंधों के मद्देनजर व्हाइट हाउस ने मंगलवार को ऐसे संकेत दिए. व्हाइट हाउस ने हालांकि कोई तारीख तो नहीं बताई लेकिन एक बयान में कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने भी कहा है कि वह साल के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी करने को उत्सुक हैं.'
यह जान लेना भी जरूरी है कि हाफिज़ सईद को नज़रबंद करने की घटना पहली बार नहीं हुई है. इससे पहले भी समय समय पर हाफिज़ सईद को हाउस अरेस्ट किया जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वॉशिंगटन दौरे पर सांसदों और उनके स्टाफ को एक हिदायत साफ तौर पर दी गई थी - सेल्फी खिंचवाना मना है।
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और न ही अच्छे और बुरे आतंकवाद में कोई फर्क किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो मानवता में यकीन रखते हैं वो आतंकवाद के खिलाफ एकसाथ आएं।
भारत की ठोस अर्थव्यवस्था द्वारा नए मौके पैदा किए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-अमेरिका के आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कवायद के तहत कहा कि भारत अमेरिकी कारोबारी संस्थानों के लिए एक 'आदर्श साझेदार' हो सकता है।
अमेरिका में योग करने वालों की संख्या तीन करोड़ होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से कहा कि भारत ने अब तक योग पर बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का दावा नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा और अमेरिका का इतिहास अलग है, लेकिन हमारी मान्यताएं एक समान हैं। भारत बुरे समय में साथ देने के लिए अमेरिका का शुक्रगुज़ार है।
पीएम ने यूएसआईबीसी समारोह में अमेरिकी कारोबारी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, "अब समय आ गया है, जब विश्व को वृद्धि के नए इंजन की ज़रूरत है... भारत वैश्विक वृद्धि में नए इंजन की भूमिका अदा करने के लिए तैयार है... विस्तृत भारतीय अर्थव्यवस्था से विश्व को भी अनेक फायदे हैं..."