पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और न ही अच्छे और बुरे आतंकवाद में कोई फर्क किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो मानवता में यकीन रखते हैं वो आतंकवाद के खिलाफ एकसाथ आएं।
भारत की ठोस अर्थव्यवस्था द्वारा नए मौके पैदा किए जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-अमेरिका के आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कवायद के तहत कहा कि भारत अमेरिकी कारोबारी संस्थानों के लिए एक 'आदर्श साझेदार' हो सकता है।
अमेरिका में योग करने वालों की संख्या तीन करोड़ होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से कहा कि भारत ने अब तक योग पर बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का दावा नहीं किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा और अमेरिका का इतिहास अलग है, लेकिन हमारी मान्यताएं एक समान हैं। भारत बुरे समय में साथ देने के लिए अमेरिका का शुक्रगुज़ार है।
पीएम ने यूएसआईबीसी समारोह में अमेरिकी कारोबारी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, "अब समय आ गया है, जब विश्व को वृद्धि के नए इंजन की ज़रूरत है... भारत वैश्विक वृद्धि में नए इंजन की भूमिका अदा करने के लिए तैयार है... विस्तृत भारतीय अर्थव्यवस्था से विश्व को भी अनेक फायदे हैं..."
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम (एनपीसीआईएल) तथा अमेरिकी कंपनी वेस्टिंगहाउस भारत में छह परमाणु बिजली रिएक्टरों के लिए तत्काल इंजीनियरिंग और स्थल डिजाइन कार्य तत्काल शुरू करने तथा अनुबंधात्मक व्यवस्था जून, 2017 तक पूरा करने पर सहमति जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों से बातचीत के साथ गुरुवार को अमेरिकी राजधानी की यात्रा की शुरुआत की। पीएम मोदी भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों से मिलने के लिए वाशिंगटन डीसी के उस होटल से बाहर आए, जिसमें वे ठहरे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत अमेरिकी सामरिक साझेदारी को ‘और बेहतर’ बनाने का आज निर्णय किया और सुरक्षा, आतंकवाद एवं कट्टरवाद से निपटने, रक्षा, आर्थिक साझेदारी तथा जलवायु परिवर्तन पर सहयोग को और गति देने पर सहमति व्यक्त की।
मोदी ने अपने संबोधन में जलवायु न्याय की ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि साझे लेकिन विभेदित जिम्मेदारियों का सिद्धांत विश्व के सामूहिक उद्यम का आधार है।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा संयुक्त राष्ट्र महासभा के उद्घाटन सत्र को संबोधित करने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे, जो दोनों नेताओं की जनवरी में नई दिल्ली में हुई वार्ता को आगे बढ़ाने का अवसर मुहैया कराएगी।