कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को अयोध्या राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी को आमंत्रित किए जाने की रिपोर्टों की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि वे "इस मामले पर बहुत सकारात्मक हैं." उन्होंने कहा कि या तो वे जाएंगी या उनकी ओर से एक प्रतिनिधिमंडल समारोह में शामिल होगा. राम मंदिर का उद्घाटन समारोह अगले साल 22 जनवरी को होगा.
Ram Mandir History: जान लीजिए कि राम लला की जन्मभूमि पर उनका पूजन कैसे शुरू हुआ. किस तरीके से प्राचीन समय में उनका पूजन होता था.
Ram Mandir: मंदिर के गर्भगृह के निर्माण का काम पिछले काफी समय से तेजी से चल रहा है और अब ये अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है.
Ayodhya Tour Guide: भरवान श्री राम की नगरी एक अच्छा टूरिस्ट प्लेस है. अगर आप भी नए साल में राम मंदिर देखने जाने की सोच रहे हैं तो इन जगहों को भी अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं.
राम मंदिर कार्यक्रम (Ayodhya Ram Mandir) के लिए राजनीतिक दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किए जाने की संभावना है, जिनमें आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल, बीएसपी नेता मायावती, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और सीपीआई के डी राजा शामिल हैं.
अयोध्या एयरपोर्ट को मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कहा जाएगा. यहां पर व्यस्ततम समय में एयरपोर्ट की क्षमता 750 से अधिक यात्रियों की होगी और हर घंटे चार विमानों की आवाजाही होगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पहले ही आमंत्रित किया जा चुका है. ट्रस्ट ने 3000 वीवीआईपी सहित 7,000 लोगों को आमंत्रण भेजा है. कार्यक्रम में 1992 में मारे गए कारसेवकों के परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह और अपर मुख्य सचिव एस पी गोयल ने भी रामलला एवं हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हजारों श्रद्धालुओं के साथ 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ‘टेंट सिटी’ का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें 80 हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी.
गोपीनाथ ने कहा, ‘‘जब मेरे परिवार को पता चला कि मैं यहां मंदिर में काम करूंगा तो उन्होंने इस पर खुशी व्यक्त की क्योंकि केवल कुछ भाग्यशाली लोगों को ही राम मंदिर निर्माण का हिस्सा बनने का मौका मिलता है.