श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को बताया कि राम मंदिर निर्माण का पहला फ़ेज़ आज पूरा हो गया है, मंदिर का आधार बन गया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने और मथुरा एवं आसपास के इलाकों के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का भी गठन किया है. सरकार ने अयोध्या और काशी के विकास के लिए पर्यटन की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन शुरू किया है.
कुबेर टीला तथा सीता कूप जैसी विरासत संरचनाओं के संरक्षण और विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिए सम्मानित संतों और साधुओं के सुझावों पर भी विचार किया जा रहा है.
यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जाने वाली सड़क का नाम बाबू जी (कल्याण सिंह) के नाम पर रखा जाएगा. इसके अलावा लखनऊ, अलीगढ़, एटा, बुंलदशहर और प्रयागराज की एक-एक सड़क का नाम भी उनके नाम पर रखा जाएगा.
राम मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक 2025 तक राम मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. पिछले साल 5 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ किया था. सूत्रों के अनुसार, दर्शन और निर्माण कार्य साथ-साथ चलता रहेगा.
राम मंदिर (Ram Temple Ayodhya) निर्माण में जमीन के कथित घोटाले को लेकर सियासत खूब हो रही है. विपक्षी दल BJP पर हमलावर हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने आज (बुधवार) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'पिछले कई दिनों से बीजेपी के लोग राम जन्मभूमि ट्रस्ट में जमीन के नाम पर जो घोटाला हुआ, प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर जो 16.5 करोड़ की लूट की गई, उन पर कार्रवाई करने के बजाय पूरी बीजेपी प्रॉपर्टी डीलर, चंदा चोरों के पक्ष में खड़ी हो गई. मैं भगवान श्री राम के भक्तों से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं कि आपकी आस्था भगवान श्रीराम में है. चंपत राय में नहीं, किसी मेयर में नहीं.'
राम मंदिर में कथित भूमि खरीद घोटाले को लेकर कांग्रेस ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भगवान को धोखा देते हैं वो इंसानों को क्या छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए करोड़ों लोगों से चंदे का दुरुपयोग और धोखाधड़ी महापाप और घोर अधर्म है, जिसमें भाजपाई नेता शामिल हैं.
अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन की खरीद में हुए कथित घोटाले के मामले में सोमवार को लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में पार्टी की महिला कार्यकर्ता शामिल रहीं.
श्रीराम जन्मभूति तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद अयोध्या में भूमि खरीदने के लिए देश के असंख्य लोग आने लगे, उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए बड़े पैमाने पर जमीन खरीद रही है, इस कारण अयोध्या में एकाएक जमीन के दाम बढ़ गये.
समाजवादी पार्टी (SP) ने अयोध्या में और आम आदमी पार्टी (AAP) ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय (Champat Rai) ने, जो जमीन कुछ समय पहले सिर्फ दो करोड़ रुपये में बिकी थी, उसी जमीन को कुछ वक्त बाद 18.5 करोड़ रुपये में खरीद कर बड़ा घपला किया है. चंपत राय ने इस बारे में मीडिया से कहा कि हम इन आरोपों की कोई चिंता नहीं करते. हम पर महात्मा गांधी की हत्या का भी आरोप लगा था.