केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए शनिवार को 11 लाख रुपये का योगदान दिया. प्रसाद ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधियों मोहन सिंह और राजेश पांडेय को 11 लाख रुपये का चेक सौंपा.
दरअसल, एनएसयूआई (NSUI) की राजस्थान इकाई ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए छात्रों से आर्थिक सहयोग जुटाने लिए पिछले दिनों ‘एक रूपया राम के नाम’ मुहिम शुरू की. एनएसयूआई (NSUI) के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने जयपुर के जेएलएन मार्ग स्थित कामर्स कॉलेज से इसकी शुरुआत की.
मुंबई बीजेपी (Mumbai BJP) अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष वशीम खान ने दावा किया है कि मुस्लिम समाज से जुड़ी तकरीबन 36 अलग-अलग छोटी-बड़ी सामाजिक संस्थाओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लेकर मंदिर निर्माण के लिए 20 लाख रुपये का आर्थिक योगदान दिया है. इस कार्यक्रम में जैन समाज के लोग भी उपस्थित रहे. राम मंदिर तीर्थक्षेत्र विकास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में अभिनेता रजा मुराद (Raza Murad) भी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
Ayodhya Ram Temple Model: भगवान राम की जन्मभूमि मानी जाने वाली इस झांकी में दीपोत्सव और रामायण से जुड़ी विभिन्न कथाओं की झलक थी. झांकी के अग्रभाग में महर्षि वाल्मीकि की बड़ी प्रतिमा थी. उत्तर प्रदेश सरकार की इस झांकी में अयोध्या के दीपोत्सव सेलिब्रेशन को दिखाया गया था.
कच्छ में रविवार को राम मंदिर के निर्माण के लिए जुटाए जा रहे चंदे के कार्यक्रम में हिंसा हुई थी, जिसमें कथित रूप से एक की मौत हुई थी और एक पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए थे.
राम मंदिर निर्माण के लिए जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने आज से ही धन एकत्र करने का अभियान शुरू किया है, जो 27 फरवरी तक पूरे देश भर में चलेगा. राष्ट्रपति ने इसके लिए पांच लाख 100 रुपए का दान दिया है.
राम मंदिर के लिए चंदा अभियान कल से शुरू हो रहा है जिसमें पाँच लाख से ज्यादा गाँवों में बारह करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधा जाएगा और उनसे चंदा मांगा जाएगा. बता दें कि इससे पहले सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद शामिल हुए थे.
उत्तर प्रदेश के लिए साल 2020 जहां अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की ऐतिहासिक घटना का साक्षी बना, वहीं यह कोरोना रूपी अभूतपूर्व आपदा और हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार तथा हत्या मामले की तपिश भी छोड़ गया. राज्य में इसके साथ ही ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए लाया गया अध्यादेश तथा बिकरू कांड भी काफी सुर्खियों में रहा.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जन संपर्क कार्यक्रम के जरिए लोगों से घरेलू स्तर पर एकत्रित किए गए धन से ही किया जाएगा.
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देश भर के प्रत्येक राम भक्त का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता संतों व शेष समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे. श्री राम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान की घोषणा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महा-सचिव चंपत राय ने कहा कि आगामी मकर संक्रांति (15 जनवरी) से माघ-पूर्णिमा(27 फ़रवरी) तक चलाने वाले इस सघन अभियान में विहिप कार्यकर्ता देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर श्री राम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे.