राम मंदिर के लिए चंदा अभियान कल से शुरू हो रहा है जिसमें पाँच लाख से ज्यादा गाँवों में बारह करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधा जाएगा और उनसे चंदा मांगा जाएगा. बता दें कि इससे पहले सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद शामिल हुए थे.
उत्तर प्रदेश के लिए साल 2020 जहां अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की ऐतिहासिक घटना का साक्षी बना, वहीं यह कोरोना रूपी अभूतपूर्व आपदा और हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार तथा हत्या मामले की तपिश भी छोड़ गया. राज्य में इसके साथ ही ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए लाया गया अध्यादेश तथा बिकरू कांड भी काफी सुर्खियों में रहा.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जन संपर्क कार्यक्रम के जरिए लोगों से घरेलू स्तर पर एकत्रित किए गए धन से ही किया जाएगा.
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देश भर के प्रत्येक राम भक्त का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता संतों व शेष समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे. श्री राम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान की घोषणा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष व श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महा-सचिव चंपत राय ने कहा कि आगामी मकर संक्रांति (15 जनवरी) से माघ-पूर्णिमा(27 फ़रवरी) तक चलाने वाले इस सघन अभियान में विहिप कार्यकर्ता देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर श्री राम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे.
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के एतिहासिक फैसले के बाद अब इसके निर्माण की योजना में विश्व हिंदू परिषद(VHP) जुट गया है. राम मंदिर के लिए आम लोगों से सहयोग राशि इकट्ठा करने के लिए विश्व हिन्दू परिषद देश भर में अभियान चलाएगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय आज शाम इसको जानकारी देंगे.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा उपचुनाव की तैयारी में जमीनी मुद्दों से ज्यादा मुकाबला, 'मेरे राम बनाम तेरे राम' है. बीजेपी ( BJP) श्री रामजन्मभूमि मंदिर (Ram Temple) शिलान्यास के बाद अब उपचुनाव वाली विधानसभा में रामशिला पूजन यात्राएं निकाल रही है. वहीं कांग्रेस (Congress) पहले ही हनुमान चालीसा पाठ से लेकर राममंदिर शिलान्यास के लिए आयोजन कर चुकी है. विकास की बात करने वाली बीजेपी उपचुनाव आते ही रामलला के नाम पर वोट मांगने में जुट गई है.
पांच अगस्त को हुए राम मंदिर (Ram Temple) भूमि पूजन के भव्य कार्यक्रम के बाद अब निर्माण का काम शुरू हो गया है. श्रीराम भूमि जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्विटर अकाउंट के जरिए बताया गया कि राम जन्म भूमि मन्दिर के निर्माण के लिए काम शुरू हो गया है. मन्दिर निर्माण के कार्य में लगभग 36-40 महीने का समय लगने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि CBRI रुड़की और IIT मद्रास के साथ मिलकर L&T के इंजीनियर भूमि की मृदा के परीक्षण के काम में लगे हुए है. तीर्थ क्षेत्र के अनुसार मंदिर का निर्माण भारत की प्राचीन निर्माण पद्धति से किया जा रहा है ताकि वह आने वाले कई सालों तक भूकंप और आपदाओं को झेल सके. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में किसी भी तरह के लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
इस शिकायती पत्र पर कमलनाथ ने कहा, 'राम मंदिर पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जो रूख था, मैं उसी पर हूं. इसे किसी अन्य परिप्रेक्ष्य में नहीं देखा जाना चाहिए. राजीव जी ने (1985 में) राम मंदिर का ताला खुलवाया था. हम बाबरी मस्जिद गिराए जाने के खिलाफ थे. कांग्रेस का रुख साफ था कि हम इस पर अदालत के फैसले का पालन करेंगे.'
दाउ दयाल 30 वर्ष से अधिक वक्त से विभिन्न आकार-प्रकार की घंटियां बना रहे हैं लेकिन इस बार उन्होंने और उनकी टीम ने अयोध्या के राम मंदिर के लिए 2,100 किलोग्राम वजग का घंटा बनाकर उत्तर प्रदेश के जलेसर नगर में हर किसी को चौंका दिया है.
कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) में अहम सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने बुधवार को प्रस्ताव पारित कर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी वाद्रा द्वारा दिए गए बयान पर अप्रसन्नता जताई. मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय नेतृत्व की हुई बैठक में पार्टी ने प्रस्ताव को स्वीकार किया और कहा कि बयान गलत समय पर दिया गया.