भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. इन सबके बीच कैसे इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है, जानिए NDTV के खास शो 'डॉक्टर्स ऑन कॉल' में विशेषज्ञों से. इस शो में देश के जाने-माने डॉक्टर और अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े विशेषज्ञ कॉलर्स के सवालों के जवाब देंगे. इस कार्यक्रम में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया जुड़े, जिन्होंने लोगों के जवाब दिए.
Health tips : हम आपको यहां पर 5 ऐसी चीजों के सेवन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको चिलचिलाती गर्मी और लू से बचाने में मदद कर सकते हैं...
कोरोना वायरस का नाम सुनकर आज भी लोग डर जाते हैं और वो खौफनाक मंजर याद आ जाता है, जब इस वायरस के कारण लोगों को लंबे समय तक घरों के अंदर बंद रहना पड़ा था. कई लोगों को अपनों को खोना भी पड़ा था. अभी कोरोना वायरस के जख्म भरे भी नहीं हैं. इस बीच चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने चमगादड़ में एक नया कोरोना वायरस, एचकेयू5-सीओवी-2, खोजा है, जो इंसानों को संक्रमित कर सकता है.
चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने चमगादड़ में एक नया कोरोना वायरस, एचकेयू5-सीओवी-2, खोजा है, जो इंसानों को संक्रमित कर सकता है.
CoronaVirus HKU5-CoV-2: चीन का नया कोरोना वायरस आया कहां से, अब तक इस पर कोई आम सहमति नहीं है. लेकिन कुछ स्टडीज के मुताबिक, इसकी वजह भी चमगादड़ ही हैं. यह वायरस चमगादड़ में पनपा और किसी इंटरमीडिएट जानवर के जरिए यह इंसानों में फैला.
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
Hospitals
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
अस्पताल
राज्यों में हेल्पलाइन नंबर | ||
---|---|---|
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश | हेल्पलाइन नंबर | |
अंडमान एवं निकोबार | 03192-232102 | |
आंध्र प्रदेश | 0866-2410978 | |
अरुणाचल प्रदेश | 9436055743 | |
असम | 6913347770 | |
बिहार | 104 | |
चंडीगढ़ | 9779558282 | |
छत्तीसगढ़ | 104 | |
दादरा एवं नगर हवेली | 104 | |
दिल्ली | 011-22307145 | |
गोवा | 104 | |
गुजरात | 104 | |
हरियाणा | 8558893911 | |
हिमाचल प्रदेश | 104 | |
जम्मू | 01912520982 | |
झारखंड | 104 | |
कर्नाटक | 104 | |
कश्मीर | 01942440283 | |
केरल | 0471-2552056 | |
लद्दाख | 01982256462 | |
लक्षद्वीप | 104 | |
मध्य प्रदेश | 104 | |
महाराष्ट्र | 020-26127394 | |
मणिपुर | 3852411668 | |
मेघालय | 108 | |
मिज़ोरम | 102 | |
नागालैंड | 7005539653 | |
ओडिशा | 9439994859 | |
पुदुच्चेरी | 104 | |
पंजाब | 104 | |
राजस्थान | 0141-2225624 | |
सिक्किम | 104 | |
तमिलनाडु | 044-29510500 | |
तेलंगाना | 104 | |
त्रिपुरा | 0381-2315879 | |
उत्तराखंड | 104 | |
उत्तर प्रदेश | 18001805145 | |
पश्चिम बंगाल | 1800313444222, 3323412600 | |
केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर: 011-23978046 |
COVID-19 से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी के लिए 24x7 काम करने वाला कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है : 011-22307145, 22300012 तथा 22300036
उत्तर : 011-27708768
दक्षिण : 011-29531277
पश्चिम : 011-25195529
उत्तर-पश्चिम : 011-25951182
दक्षिण-पश्चिम : 011-25066674
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली : 011-26476410
उत्तर-पूर्वी दिल्ली : 011-22115289
नई दिल्ली : 011-23385743
मध्य दिल्ली : 011-23270151
शाहदरा : 011-22111077
COVID-19 के लक्षणों की बात की जाए, तो इसमें बुखार, थकान, सूखी खांसी शामिल है. साथ ही मरीजों को दर्द होता है और सांस लेने में दिक्कत होती है. इसके अलावा नाक बहती रहती है, गला खराब रहता है और डायरिया होने की भी उम्मीद रहती है. शुरू में ये लक्षण कम रहते हैं, लेकिन धीरे-धीरे वक्त के साथ बढ़ते जाते हैं. हालांकि कुछ लोगों में संक्रमित हो जाने के बाद लक्षण नहीं पाए जाते हैं और वह अस्वस्थ महसूस भी नहीं करते हैं. कोरोनावायरस से अधिकतर 80 फीसदी मरीज ठीक हो जाते हैं, जिनमें किसी खास तरह की देखभाल की आवश्यकता भी नहीं रहती है. हर छह में से एक व्यक्ति, जिसे कोरोनावायरस होता है, वह गंभीर रूप से बीमार होता है और उसे सांस लेने में खासी दिक्कत पेश आती है. बुजुर्ग व्यक्तियों, जिन्हें हाई ब्लडप्रेशर, हृदय संबंधी रोग, डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य संबंधी अन्य परेशानियां हों, इससे गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं. जिन लोगों को बुखार है, गले में बलगम रहता है और सांस लेने में दिक्कत आती है, उन्हें अपना इलाज करवाने की आवश्यकता रहती है.
सबसे जरूरी है कि कोरोनावायरस को लेकर ताजा जानकारी से सूचित रहें, जागरूक रहें. इस बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट या फिर राष्ट्रीय और स्थानीय जन स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क में रहें. दुनियाभर में बहुत सारे देशों में कोरोनावायरस संक्रमण फैल रहा है. हालांकि चीन में सरकार ने इस महामारी पर अंकुश लगाने में कामयाबी हासिल की है. स्थिति के बारे में कुछ निश्चित तौर पर कहा नहीं जा सकता, इसलिए कोरोना को लेकर ताजा जानकारी हासिल करते रहें.
आप मास्क तभी पहनें जब आप बीमार हों या आपके भीतर कोरोनावायरस के लक्षण हों. आप किसी कोरोनावायरस मरीज की देखभाल कर रहे हैं तो भी मास्क पहन सकते हैं. डिस्पोज किए जाने वाले फेस मास्क एक बार इस्तेमाल किए जा सकते हैं. यदि आप किसी बीमार व्यक्ति की केयर कर रहे हैं या आप बीमार नहीं हैं तो आप मास्क पहनकर मास्क की बर्बादी कर रहे हैं. दुनिया भर में मास्क की कमी देखी जा रही है. इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से अपील की है कि मास्क का सही तरीके से इस्तेमाल करें. बेवजह मास्क न पहनें जिससे कि संसाधनों की बर्बादी न हो. खुद को कोरोना से बचाने का सबसे सरल तरीका है नियमित तौर पर हाथ धोना और बीमार व्यक्ति से 1 मीटर की दूरी बना कर रखना.
साबुन और पानी से हाथों को साफ करने का तरीका अब भी सबसे अच्छा है. हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से धोया जाना चाहिए.
हाथों को ठंडे या गर्म पानी से धोएं. झाग वाला साबुन इस्तेमाल करें, और हाथों की पुश्त, अंगुलियों के बीच और नाखूनों के नीचे भी अच्छी तरह साफ करें, और फिर हाथों को पानी से धोएं.
यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें.
हैंड सैनिटाइज़र को एक हथेली पर लगाने के बाद दोनों हाथों को एक साथ रगड़ना चाहिए. रगड़ते समय, जेल को हाथ की सभी सतहों को कवर करते हुए अंगुलियों पर फैलाया जाना चाहिए. यह प्रक्रिया जेल के पूरी तरह सूखने तक की जानी चाहिए.
क्लीन्ज़र और वाइप्स उन वस्तुओं, सतहों की सफाई करने और कीटाणुरहित करने में प्रभावी होते हैं, जिन्हें अक्सर छुआ जाता है.
अल्कोहल वायरस और बैक्टीरिया सहित विभिन्न प्रकार के रोगाणुओं को मारने में प्रभावकारी है. कोरोना वायरस एक ऐसे प्रकार का वायरस है, जिसमें एक बाहरी आवरण होता है. इसे आवरण को इनवेलप कहा जाता है.
कई DIY (डू इट योरसेल्फ) साइटों और कार्यक्रमों में यह सुझाव दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद वोदका में प्रभावी रूप से रोगाणुओं को मारने के लिए पर्याप्त मात्रा में एल्कोहल नहीं है.
RB और NDTV की पहल, COVID-19 के खिलाफ अभियान में एकजुट भारत का लक्ष्य COVID-19 के विरुद्ध जारी संघर्ष में उन नायकों, NGOs तथा सामुदायिक अगुवाओं की कहानियों को सामने लाने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जिनका ज़िक्र तक नहीं हो पाता.
यह सभी भारतीयों को मेडिकल सच्चाइयों और लॉकडाउन के दौरान उनकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी से जुड़ी सबसे अहम ख़बरों के बारे में जानकारी देने का छोटा-सा प्रयास है. यह हम सभी के आइसोलेट हो जाने के बावजूद उम्मीद की किरण को जलाए रखने का अभियान है.
इस अभियान के अंतर्गत कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में जौहर दिखाने वाले उन नायकों की कहानियों को सामने लाया जाएगा, जिनका ज़िक्र नहीं हो पाता - डॉक्टर, पुलिसकर्मी, सामुदायिक रसोइयां चला रहे और ज़रूरी सामान की आपूर्ति को बरकरार रखने वाले लोग. समूचे भारत से सामने लाई जाएंगी वे कहानियां, जो इस वायरस के खिलाफ जारी युद्ध में किए जा रहे प्रयासों का बखान करेंगी - जिन्हें आप तक लाएंगे प्रशासक, पुलिस तथा सरकारी संस्थाएं. हम यह भी बताएंगे कि साफ-सफाई का ध्यान रखना और हाथों को बार-बार धोते रहना नोवेल कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में अहम है.