COVID-19 Helpline Numbers: उत्तर प्रदेश सरकार को भी इन हेल्पलाइन नंबरों पर ढेर सारे फोन कॉल आ रहे हैं, लेकिन रविवार को उन्हें एक अजीबो-गरीब मांग से दो-चार होना पड़ा. दरअसल, रामपुर के डीएम कार्यालय को रामपुर की स्वर तहसील से एक आदमी ने फोन किया और चटनी के साथ चार समोसों की होम डिलवरी की मांग कर डाली.
कोरोना वायरस(Coronavirus) के कहर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) के आदेश पर पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन(Lockdown) कर दिया गया है. मेट्रो सिटी से लेकर गांव शहर हर तरफ 'लॉकडाउन' लागू करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग(Social Distancing) की बात कही जा रही है. एक तरफ शहरों में कुछ लोग लॉकडाउन के नियमों को तोड़ते हुए नजर आते हैं, वहीं छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) के छोटे से गांव में रहने वाले लोगों ने लॉकडाउन का शानदार उदाहरण पेश किया है.
लोक सभा सदस्यों को शनिवार को लिखे पत्र में बिड़ला ने कहा था कि देश कोविड-19 के कारण कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है और जनप्रतिनिधि होने के नाते अपने लोगों के साथ खड़ा रहना हमारा दायित्व है. बिड़ला ने सांसदों से अनुरोध किया था कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए वे अपनी सांसद निधि से एक-एक करोड़ रुपये स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराएं. लोकसभा सूत्रों के अनुसार लगभग 35 सांसदों ने इस बाबत स्वीकृति पत्र भेज दिए हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने प्रवासी मजदूरों से अपील कर कहा कि आप अपने घर में रहें सरकार आपके कमरे का किराया दे देगी.
यह उपाय इसलिए किया गया है ताकि लोग पलायन न करें. सूची में प्याज की अधिकतम दर 35 रुपये प्रति किलोग्राम और आलू, टमाटर, ककड़ी, कद्दू और फूलगोभी की कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम है. वहीं फलों में नारंगी की अधिकतम दर 60 रुपये प्रति किलोग्राम, सेब की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम, केले की कीमत 60 रुपये प्रति दर्जन और अंगूरों की कीमत 100 रुपये तय की गई है.
कोविड-19 से लड़ने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज बीमा योजना के तहत इन स्वास्थ्यकर्मियों को कवर किए जाएगा. इसकी घोषणा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गत 26 मार्च को की गई थी. मंत्रालय ने एक आदेश में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत की गई घोषणा के अनुसार, केंद्र सरकार ने कोविड-19 के प्रकोप के खिलाफ लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए बीमा योजना शुरू करने की मंजूरी दी है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करें. यह राहत कोष भविष्य में मौजूदा संकट जैसी स्थिति से निपटने में काम में लाया जाएगा. पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा कि लिंक में राहत कोष से जुड़ी सारी जानकारी है. यह राहत कोष छोट-छोटे दान भी स्वीकार करता है.
अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने अपने ट्वीट में लिखा: "यह वह समय है जब हम सबके जीवन का सवाल है. और हमें कुछ करने की जरूरत है हम जो भी कर सकें. मैं अपनी बचत से 25 करोड़ रुपये का योगदान पीएम राहत कोष में देने की प्रतिज्ञा करता हूं. आओ जीवन बचाएं. जान है तो जहान है."
भारत में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. देश में अबतक 918 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में अभी इलाज के लिए वेंटिलेटर, मास्क से लेकर सैनिटाइजर तक की जरूरत है. ऐसे हालत में कई तरफ से मदद के हाथ भी उठने शुरु हो गये हैं. देश के जाने-माने उद्योगपति टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर टाटा ट्रस्ट्स की तरफ से 500 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है.
गडकरी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, "संकट के इस समय में हमें अपने साथी नागरिकों की मदद करनी चाहिए. मुझे भरोसा है कि टोल ऑपरेटर मेरे इस आह्वान पर ध्यान देंगे."