मिस्र को रविवार को रिहाई के लिए तय 13 इजरायलियों और 39 फिलिस्तीनियों की लिस्ट मिली है. मिस्र और कतर की मध्यस्थता में किए गए चार दिन के संघर्ष विराम समझौते में बंधकों का यह तीसरा बैच है जिसे रिहा किया जा कहा है. मिस्र की स्टेट इनफार्मेशन सर्विस (SIS) की प्रमुख दीआ राशवान ने एक बयान में यह बात कही है.
इजरायल की सरकार के प्रवक्ता इलोन लेवी ने वराडकर की टिप्पणी पर उनकी आलोचना की और कहा कि एमिली को किसी प्रार्थना से नहीं बल्कि "इजरायल की सेना के दबाव" से रिहा किया गया.
इजरायल पर हमास के 7 अक्टूबर के बाद दोनों के बीच जंग शुरू हो गई थी. इस युद्ध में गाजा में अब तक करीब 15 हजार लोग मारे गए हैं, वहीं इजरायल में सात अक्टूबर के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे.
इजरायल द्वारा रिहा किए गए 39 फ़िलिस्तीनियों में इसरा जाबिस भी एक हैं. जाबिस अब 37 वर्ष की हैं, उनको माले अदुमिम से यरुशलम की ओर जाने वाले राजमार्ग पर एक चेकपॉइंट पर अपनी कार में गैस सिलेंडर विस्फोट करने के प्रयास का दोषी ठहराया गया था.
चार दिन के सीजफायर के दौरान 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान हमास (Israel Hostages Release) द्वारा बंधक बनाए गए 50 लोगों कों बैचों में रिहा किए जाने की उम्मीद है.
बंधकों की अदला-बदली शुक्रवार को हमास द्वारा बच्चों और बुजुर्गों समेत अन्य 13 इजरायली बंधकों (Israel Hostages Released) को मुक्त करने के बाद हुई है, जिसके बदले में इजरायली जेलों से 39 फिलिस्तीनी महिलाओं और युवाओं को रिहा किया गया.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर समझौता हुआ है. हमास के एक सूत्र ने शनिवार को एएफपी को बताया कि इजराइल के साथ संघर्ष विराम समझौते के तहत रिहा किए जाने वाले बंधकों के दूसरे समूह को सौंपना शुरू हो गया है.
कतर की मध्यस्थता में इजराइल और हमास के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत चार दिनों में 150 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले कुल 50 बंधकों की अदला-बदली की जानी है.
इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के लिए कतर ने अहम रोल निभाया है. वहीं इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी अहम भूमिका रही है.
द टाइम्स ऑफ़ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायल और हमास के बीच बंधक सौदे के हिस्से के रूप में, इज़रायली बंधकों के पहले समूह को रेड क्रॉस के लिए अंतर्राष्ट्रीय समिति के कर्मचारियों को सौंप दिया गया है.