इजरायल और हमास 7 अक्टूबर से जंग लड़ रहे थे. 24 नवंबर को दोनों के बीच 4 दिनों का सीजफायर समझौता हुआ था. फिर से 2 और दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था. बुधवार सुबह 7 बजे सीजफायर खत्म हो गया. इसके बाद से इजरायल ने हमले तेज कर दिए हैं.
Israel Palestine Conflict: हमास के साथ जंग में इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) गाजा में टारगेट के सिलेक्शन और इसे हिट करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर रहा है.
इजरायल में सात अक्टूबर को मिया स्कीम अपने दोस्तों के साथ एक डांस पार्टी में थीं, तभी हमास के गुर्गों ने हमला कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी. यह 21 साल की युवती भागने की कोशिश कर रही थी लेकिन इसी बीच उसकी बांह में गोली लग गई और अंततः उसे पकड़ लिया गया और बंधक बना लिया गया. मिया को 54 दिन कैद में बिताने के बाद आखिरकार गुरुवार को इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौते के तहत रिहा कर दिया गया.
समझौते के अनुसार, इजरायल को प्रत्येक बंधक की रिहाई के लिए तीन फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा. कतरी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने कहा कि कुल 10 बंधकों के बदले में 30 फिलिस्तीनियों को इजरायली जेलों से रिहा किया जाएगा.
इजराइल ने भी 30 और फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया. हमास की तरफ से दावा किया गया कि 10 महीने की कफिर बीबाज, उसके 4 साल के भाई और उनकी मां की इज़राइल की बमबारी में मौत हुई. हमास ने ये भी कहा कि इनके शवों को लेने से इजराइल ने इंकार कर दिया. तमाम तनावों के बीच भी युद्धविराम सातवें दिन जारी रहा.
इजरायल और हमास के बीच गुरुवार को संघर्ष विराम की समय सीमा खत्म होने से ठीक पहले इसे बढ़ा दिया गया. दोनों पक्षों ने इसकी घोषणा की. मध्यस्थता कर रहे कतर ने बताया कि यह कैदियों के बदले में बंधकों को रिहाई की पहले की शर्तों के तहत ही एक दिन के लिए जारी रहेगा. पांच बजे (GMT) युद्ध पर रोक खत्म होने से कुछ मिनट पहले इजरायल की सेना ने कहा कि संघर्ष विराम लंबा रहेगा.
सोमवार को सीजफायर (Gaza Ceasefire Extended) की समय सीमा पूरी होने के बाद इसको दो दिन और बढ़ा दिया गया था. अब एक बार फिर से इजरायल और हमास के बीच सीजफायर को एक दिन और बढ़ाने पर सहमति बन गई है.
एलन मस्क की पोस्ट की व्हाइट हाउस ने निंदा की और इसे "यहूदी विरोधी और नस्लवादी नफरत का घृणित प्रचार" कहा.
हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर को हमले के दौरान 85 वर्षीय योचेवेद लिफशिट्ज को उनके घर से अगवा करके गाजा ले गए थे. बंधक बनाए जाने के दो हफ्ते बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
डॉक्टर मार्गारीटा मशावी ने कहा कि जब बंधकों (Israeli Hostages) ने अपना समय बिताने के लिए कुछ लिखने के लिए पेन और पेंसिल मांगी तो हमास ने मना कर दिया गया.उनको डर था कि वे कहीं लिखित रूप से कोई जानकारी न फैला दें.