इजरायली एजेंसियों का कहना है कि 7 अक्टूबर को हमास के रॉकेट हमलों में सिनवार का अहम रोल था. इजरायली एजेंसियों का यह भी कहना है कि याहया सिनवार ने पहले इजरायल को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की थी कि हमास जंग नहीं चाहता है और वह सीजफायर के पक्ष में है.
इज़रायली मिलिटरी तथा इन्टेलिजेन्स सर्विसेज़ ने एक बयान जारी कर कहा, "सामने आए इन वीडियो से साबित होता है कि आतंकवादी संगठन हमास ने नरसंहार वाले दिन शिफ़ा अस्पताल परिसर का इस्तेमाल आतंकवादी बुनियादी ढांचे के रूप में किया था..."
बयान में यह नहीं बताया गया कि दरवाजे के पार क्या था. इसमें कहा गया है कि सुरंग तक शिफ़ा परिसर के भीतर एक शेड में खोजे गए शाफ्ट के माध्यम से पहुंचा गया था, जिसमें युद्ध सामग्री थी.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने घटना की "भयानक छवियों" का वर्णन किया, जबकि मिस्र ने बमबारी को "युद्ध अपराध" (Israel Gaza War) और "संयुक्त राष्ट्र का जानबूझकर किया गया अपमान" बताया.
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया था कि दर्जनों बंधकों को रिहा कराने के लिए इजरायल, अमेरिका और हमास के बीच अस्थायी समझौते के तहत अगले पांच दिनों तक गाजा में लड़ाई बंद (Israel Gaza War) रहेगी. लेकिन अब बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्धविराम की खबरों पर ही विराम लगा दिया है.
फ़िलिस्तीनी क्षेत्र की हमास सरकार के अनुसार, इज़रायल गाजा पट्टी में लक्ष्यों पर लगातार बमबारी और जमीनी हमले कर रहा है, जिसमें अब तक 12,300 लोग मारे गए हैं.
जो बाइडेन ने कहा, "मैं इजरायल के नेताओं से इस बात पर जोर देता रहा हूं कि वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के खिलाफ चरमपंथी हिंसा रुकनी चाहिए और हिंसा करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए."
हमास अधिकारी ने कहा कि जबालिया शिविर में एक अन्य इमारत पर शनिवार को हुए एक अलग हमले (Israel Attack On Gaza Camp) में एक ही परिवार के 32 लोग मारे गए, जिनमें से 19 बच्चे शामिल थे. हमलों का जिक्र किए बिना, इजरायली सेना ने कहा कि "जबलिया क्षेत्र में एक घटना" की समीक्षा की जा रही है.
हमास सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले कहा था कि वह अब सटीक संख्या नहीं दे सकता क्योंकि तेज लड़ाई के कारण शवों को बरामद नहीं किया जा सका है.
गाजा (Gaza) के अल शिफा अस्पताल (al shifa hospital) से शनिवार को सैकड़ों लोग पैदल चल दिए. मौके पर मौजूद एएफपी के एक पत्रकार ने लोगों को जाते हुए देखा. अस्पताल के डायरेक्टर ने कहा कि इजरायली सेना (Israeli army) ने अस्पताल को खाली करने का आदेश दिया है. इसके बाद अल-शिफा अस्पताल को खाली कर दिया गया.