एलन मस्क की पोस्ट की व्हाइट हाउस ने निंदा की और इसे "यहूदी विरोधी और नस्लवादी नफरत का घृणित प्रचार" कहा.
हमास के लड़ाके 7 अक्टूबर को हमले के दौरान 85 वर्षीय योचेवेद लिफशिट्ज को उनके घर से अगवा करके गाजा ले गए थे. बंधक बनाए जाने के दो हफ्ते बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
डॉक्टर मार्गारीटा मशावी ने कहा कि जब बंधकों (Israeli Hostages) ने अपना समय बिताने के लिए कुछ लिखने के लिए पेन और पेंसिल मांगी तो हमास ने मना कर दिया गया.उनको डर था कि वे कहीं लिखित रूप से कोई जानकारी न फैला दें.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि उनका देश सभी बंधकों की वापसी, हमास (Israel Hamas Ceasefire) के खात्मे और यह वादा करने के लिए प्रतिबद्ध है कि गाजा अब इजरायली नागरिकों के लिए खतरा पैदा नहीं करेगा.
इजरायल ने भी देश के अलग-अलग जेलों में बंद 30 बच्चों और 3 महिलाओं समेत 33 फिलिस्तीनियों को छोड़ दिया. AFP के मुताबिक, इजरायल ने अब तक अपनी जेलों से 150 फिलिस्तीनियों को रिहा किया. हमास ने 69 बंधकों को छोड़ा है. इनमें 50 इजरायली बंधक और 19 विदेशी नागरिक शामिल हैं.
गाजा के लोग सीजफायर (Israel Gaza Ceasefire) चाहते हैं तो वहीं इजरायल में इसे लोकर आमराय नहीं है. इजरायल के कुछ लोग चाहते हैं कि सीजफायर लंबा चले, ताकि बंधक हमास की कैद से छूट सकें, तो कई लोगों को लगता है कि इससे हमास को फायदा होगा.
इजरायली जेलों से रिहा किए गए लोगों में 30 नाबालिग और 3 महिलाएं शामिल हैं, जबकि गाजा से रिहा किए गए इजरायलियों में 3 फ्रांसीसी नागरिक, 2 जर्मन नागरिक और 6 अर्जेंटीना के नागरिक शामिल हैं.
हमास ने डील के मुताबिक अब तक महिलाओं, बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को छोड़ा है. लेकिन हमास ने रविवार को बाकी बंधकों को साथ 25 साल के क्रिबॉय को भी छोड़ा. क्रिबॉय की दोहरी रूसी नागरिकता का हवाला देते हुए हमास ने कहा कि उसे मॉस्को को दिखाने के लिए रिहा किया गया है.
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास (Israel-Hamas War)के बीच सीजफायर को बढ़ा दिया गया है. दोनों के बीच शुक्रवार (24 नवंबर) को 4 दिनों के लिए सीजफायर समझौता हुआ था. सीजफायर (Israel-Hamas Ceasefire Extented) की अवधि स्थानीय समयानुसार मंगलवार सुबह 7 बजे खत्म हो रही थी. लेकिन अब इसे दो दिन यानी बुधवार सुबह 7 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. मिस्र, कतर और अमेरिका के दबाव के बाद सीजफायर बढ़ाया गया है. मिस्त्र के स्टेट इंफॉर्मेशन सर्विस के हेड ने इसकी जानकारी दी.
उत्तरी गाजा में इजरायल के जमीनी ऑपरेशन की वजह से हजारों लोगों को अपना घर-बार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा. इन सभी लोगों ने गाजा के दक्षिणी हिस्से में रिलीफ कैंप, स्कूलों या दोस्तों-रिश्तेदारों के घरों में शरण ली है.