संयुक्त राष्ट्र प्रमुखों ने कहा, "लगभग एक महीने से, दुनिया इजराइल और फिलिस्तीनी क्षेत्र (Israel Palestine War) में उभरती स्थिति को देख रही है और जान गंवाने और बिखरने के बढ़ते आंकड़े से सदमे और दहशत में है."
पेंटागन द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों से पता चला है कि 17 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच इराक में 17 और सीरिया में 12 हमले हुए.
सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, इजरायली सेना ने "गाजा शहर को घेर लिया है... अब वहां एक दक्षिणी गाजा और एक उत्तरी गाजा मौजूद है."
मंत्री अमिहाई एलियाहू ने गाजा में मानवीय सहायता की अनुमति देने के खिलाफ अपनी आपत्ति जताते हुए कहा, "हम नाजियों को मानवीय सहायता नहीं देंगे."
उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन एशेर ने तेल अवीव में घर पर अकेले रहने का फैसला किया था, जबकि उनकी पत्नी डोरोन और बेटियां रज़ और अवीव, नीर ओज़ किबुत्ज़ में अपनी मां इफरत से मिलने जाने का फैसला किया था. 7 अक्टूबर को हुए हमले में लगभग 400 निवासियों का घर, गाजा की सीमा के पास का समुदाय हमास के हमले में बुरी तरह प्रभावित हुआ था.
31 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच, इज़रायल की सेना ने उत्तरी गाजा (Israel-Gaza War) के जबालिया शरणार्थी शिविर पर तीन बार एयर स्ट्राइक की. विस्थापित लोगों को शरण देने वाले संयुक्त राष्ट्र के चार स्कूल भी हमले से प्रभावित हुए हैं.
हमास से जारी युद्ध के बीच इजरायल (Israel Gaza War) ने शनिवार देर रात मध्य गाजा में एक शरणार्थी शिविर पर एयर स्ट्राइक कर दी थी, इसमें 30 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि तीन चौथाई से अधिक इजरायलियों का मानना है कि नेतन्याहू को इस्तीफा दे देना चाहिए. दरअसल नेतन्याहू ने अब तक उन विफलताओं के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं ली, जिनके कारण अचानक हमला हुआ.
इज़रायली सेना ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि उसने गाजा (Israel-Gaza War) के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल के बाहर एक एम्बुलेंस पर हमला किया. इजरायली सेना ने कहा था कि इस अस्पताल का इस्तेमाल हमास आतंकवादी सेल कर रहा है.
हमास के ठिकानों पर लगातार इजरायली सेना (Israel Army) जमीनी हमले कर रही है. इस बीच फिलिस्तीनी गुट हमास की सशस्त्र शाखा ने बताया कि गाजा पर इजरायली हवाई हमलों के कारण 60 से अधिक बंधक लापता हैं.