Maha Kumbh Rules: प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. मेले में जाने से पहले जरूर जान लें ये नियम.
महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ लोगों का ट्रेन से आने का अनुमान है. इसे लेकर रेलवे सुरक्षा और व्यवस्था के सारे इंतजाम कर रही है. प्रयागराज रेल मंडल द्वारा महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पहली बार सीसीटीवी कैमरों के साथ एफआर कैमरे भी लगाए जा रहे हैं.
महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ो श्रद्धालु, साधु संत संगम किनारे एकत्रित होते हैं और डुबकी लगाते हैं. इस साल लगभग 40 करोड़ लोगों के कुंभ मेला में शामिल होने की संभावना है.
Kumbh snan niyam : कुंभ स्नान में स्नान करने को लेकर गृहस्थ लोगों को जरूरी 2 बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए तभी पवित्र स्नान का पूर्ण लाभ मिलता है.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में एक बाबा हैं जो बेहद लोकप्रिय हैं. उनका नाम है मौनी बाबा. वे शरीर पर 33 हजार रुद्राक्ष धारण किए हुए हैं. इन रुद्राक्षों का वजन क़रीब 40 किलो है. इस बार मौनी बाबा 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष लेकर आए हैं. वे इन 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रतीक बनाएंगे. बाबा बताते हैं कि 1989 से 14 साल तक वे मौन रहे. इसके बाद बोलना शुरू किया लेकिन नाम मौनी बाबा पड़ गया. मौनी बाबा सबसे ज्यादा बोलने वाले बाबाओं में से एक हैं.
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. रेलवे ने 22 ट्रेनों की एक लिस्ट जारी की है. यह ट्रेनें देश के अलग-अलग शहरों से चलेंगी और या तो प्रयागराज तक पहुंचकर टर्मिनेट होंगी या फिर प्रयागराज होकर आगे किसी शहर में पहुंचकर टर्मिनेट होंगी.
अटल अखाड़े के छावनी प्रवेश की भव्य शोभा यात्रा दारागंज स्थित बक्शीबांध से शुरू हुई. करीब सात किलोमीटर लंबी अटल अखाड़े की शोभा यात्रा सेक्टर 20 स्थित अखाड़ा नगर अपने शिविर में पहुंची.
Maha Kumbh Dome City: महाकुंभ के लिए इस साल प्रयागराज में डोम सिटी निर्मित की जा रही है जहां से देश-विदेश से लोग पहुंचने वाले हैं. जानिए पहली बार बनी यह डोम सिटी किस तरह की होगी.
आपको बता दें कि 45 दिन तक चलने वाले कुंभ मेले में अगर आप भी जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो फिर आपको कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना जरूरी है...
प्रयागराज में लग रहे महाकुंभ में शामिल होने पहुंचे नागासाधुओं से बात की. उन्होंने यहां 9 साल के सबसे छोटे नागा साधु से बात की और उनसे पूछा कि उन्होंने इस राह का चुनाव क्यों किया और क्या वह साधु के रूप में अपने इस जीवन से संतुष्ट हैं?
महाकुंभ के लिए प्रयागराज पहुंचने से लेकर ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था से जुड़ी हर जानकारी पाएं NDTV कुंभ की कुंजी में...
इस बार महाकुंभ मेले में 35 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में लोगों के यहां पहुंचने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है, ताकि लोग आसानी से महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए आराम से प्रयाराज पहुंच सकें.
Mahakumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आए नागा साधु ने बताया कि उनकी जिंदगी कैसी होती है और नागा साधु बनते कैसे हैं. कुंभ के बाद उनका जीवन किस तरह का होता है.
Mahakumbh: जनवरी 2025 में दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है. धार्मिक मेले में करोड़ों श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिसमें से 2 करोड़ लोग रेल यात्रा के जरिए प्रयागराज पहुंचेंगे. ऐसे में रेलवे ने भी खास तैयारियां की हैं.
Mahakumbh mela 2025 : यहां बताई जा रही सभी बातों का ध्यान रखकर आप महाकुंभ 2025 की यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बना सकते हैं.