श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के दृष्टिकोण से प्रशासन ने प्रवेश मार्गों के अनुसार स्नान घाटों का निर्धारण किया है.
Mahakumbh 2025: महाशिवरात्रि और महाकुंभ के आखिरी स्नान को लेकर श्रद्धालु लगातार प्रयागराज पहुंच रहे हैं. सोमवार की शाम रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों से संगम जाने वाले रास्तों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं.
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज को दूसरे मशहूर धार्मिक स्थलों जैसे अयोध्या, काशी और चित्रकूट से जोड़ने के लिए की गई इस कवायद का फायदा भी करोड़ों श्रद्धालुओं को मिला है.
प्रयागराज महाकुंभ ख़त्म होने में अब बस चार दिन बचे हैं. महाशिवरात्रि पर आख़िरी स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ फिर से बढ़ने लगी है.
इससे पहले महाकुंभ के दौरान ही गंगा नदी की सफाई का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की गई थी जब 300 से ज्यादा सफाईकर्मियों ने एक साथ गंगा नदी की सफाई की थी.
महाशिवरात्रि के साथ ही 26 फरवरी को महाकुंभ का समापन होगा. इसके चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. इसके लिए मेला प्रशासन की ओर से खास व्यवस्थाएं की गई है.
Mahakumbh 2025: ये त्रिग्रही योग कुंभ राशि में बन रहा है. ये माना जा रहा है कि इस त्रिग्रही योग में जो भी महाकुंभ में गंगा जल में डुबकी लगाएगा. उसे अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होगी.
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. प्रशासन ने जितना अनुमान लगाया था, उससे ज्यादा श्रद्धालु स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं. 144 साल बाद बने इस योग में 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है.
एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया में कुल 120 करोड़ सनातनी हैं. इस लिहाज से महाकुंभ में दुनिया के आधे से अधिक सनातनी त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाकर पुण्य फल प्राप्त कर चुके हैं.
Mahakumbh Digital Snan Benefits: कई लोग प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में स्नान करने नहीं जा पा रहे हैं और डिजिटल स्नान कर रहे हैं. क्या महाकुंभ में न जाकर घर बैठे डिजिटल स्नान करने से पुण्य मिलेगा? ज्योतिषाचार्य से जान लेते हैं.
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रयागराज में महाकुंभ दिव्य तरीके से आगे बढ़ रहा है. जिन लोगों को विकास अच्छा नहीं लगता वो लगातार नकारात्मक टिप्पणी करके बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं.
Mahakumbh 2025: महाकुंभ जैसे-जैसे समापन की ओर बढ़ रहा है, श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती जा रही है. प्रयागराज में भीषण जाम लगा है. 500 मीटर तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को करीब 2 घंटे लग रहे हैं. आखिरी वीकेंड पर भीड़ और बढ़ने का अनुमान है.
महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की अवधि बृहस्पतिवार को 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक के लिए बढ़ा दी.
मोहन यादव ने कहा कि पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए एमपी सबसे आगे खड़ा है. एमपी में निवेश के लिए बेहतरीन माहौल है, कई ग़ैरज़रूरी नियमों को ख़त्म किया गया है.
प्रयागराज के डीएम रविंद्र मांदड़ ने कहा कि महाकुंभ (Mahakumbh) मेले का जो शेड्यूल जारी होता है, वह मुहूर्त के हिसाब से जारी होता है और पहले से तय होता है. 26 फरवरी को निर्धारित तिथि पर ही महाकुंभ का समापन होगा.