महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार संगम घाट पर दिख रही है. प्रशासन के अनुसार 13 जनवरी से अभी तक कुल 19 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है.
राजस्थान के इस शख्स ने अपनी सारी संपत्ति आदिवासियों के नाम कर महाकुंभ में साधु बनकर आराधना करना शुरू कर दिया है.
एक पति अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी को उसका इलाज कराने से पहले महाकुंभ पहुंचा है और रोता कह रहा है कि शायद गंगा मैया पार लगा दे.
1998 में पटना की यात्रा के बाद गंगासागर लापता हो गए थे. उनकी पत्नी धनवा देवी ने अपने दो बेटों कमलेश और विमलेश की अकेले परवरिश की.
मेला क्षेत्र में चारों दिशाओं से करोड़ों की संख्या में लोगों का आना जारी रहा और जिला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण करने के लिए चंद्रशेखर आजाद पार्क का गेट भी खोल दिया
वीडियो में वो बता रहा है कि वो दातून बेचकर अबतक कितनी कमाई कर चुका है और उसने किसके कहने पर ये काम शुरु किया. शख्स की कहानी जितनी सरल है उतनी ही लोगों को प्रेरित करने वाली है.
याचिका में बड़े धार्मिक आयोजनों में भगदड़ से बचने और लोगों को सही जानकारी दिए जाने के लिए देश की प्रमुख भाषाओं में डिस्पले बोर्ड लगाने, मोबाइल, व्हाट्सएप पर राज्यों द्वारा अपने तीर्थयात्रियों को जानकारी दिए जाने की मांग की गई है.
महाकुंभ मेले में अगर कोई खो गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है. जगह-जगह कंप्यूटराइज्ड सेंटर खोले गए हैं. वहां जाकर आप खोये व्यक्ति की जानकारी दे सकते हैं. आपकी जानकारी के आधार पर ही मौजूद कर्मचारी आपकी मदद कर सकेंगे
झारखंड के पलामू से आए राम सुमिरन ने भगदड़ की घटना को लेकर कहा कि 144 साल बाद यह पुण्य स्नान का अवसर आया है जिसे कोई भी गंवाना नहीं चाहता.
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन ने शोक व्यक्त करते हुए कहा है, महाकुंभ में घटी हृदयविदारक घटना से हम अत्यंत व्यथित है. हम दिवंगत आत्माओं को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मंगलवार की आधी रात मची भगदड़ में 30 लोगों की जान जा चुकी है. कुल 90 लोग घायल हुए थे. 60 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों में 25 लोगों की पहचान की गई है.
Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में मची भगदड़ में लोगों ने अपनों को दबते-कुचलते अपनी आंखों के सामने देखा, लेकिन वे इतने बेबस थे कि कुछ भी कर न सके. इस भयावह मंजर को देख वह बुरी तरह से सिहर गए हैं.
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में भगदड़ मच सकती है, इस बात का अंदाजा वहां के कमिश्नर को पहले ही हो गया था. इसीलिए वह लगातार लोगों को आगाह कर रहे थे, लेकिन किसी ने उनकी बात पर अमल नहीं किया और हादसा आखिरकार हो ही गया.
महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति बनने के बाद से ही प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी लगातार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से संपर्क में बने हुए है. वह उन्हें सुबह कई बार फोन कर मौजूदा स्थिति की सूचना ले चुके हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वो अफवाहों पर ध्यान न दें. सीएम योगी ने कहा कि मां गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें.