Mahakumbh 2025 : प्रयागराज सिर्फ संगम नगरी और कुंभ मेले तक ही सीमित नहीं है बल्कि इस शहर में कई ऐसी ऐतिहासिक जगहें हैं जहां पर आप पवित्र स्नान करने के बाद घूम सकते हैं. अगर आपको इतिहास में दिलचस्पी है तो फिर आपको ये जगहें जरूर पसंद आएंगी...
Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 पर दुनिया की नजर है. इस बार इसे ऐतिहासिक बनाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं.
महाकुंभ में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. ऐसे में उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.
साधु रमेश पुरी ने 12 साल तक खड़े रहने का हठ किया है. इन्हें खड़ेश्वरी साधु कहते हैं. खड़ेश्वरी साधु बैठते या लेटते नहीं हैं. ये हमेशा खड़े रहते हैं. सोने के लिए एक ड्रम पर कपड़े रखकर शरीर को आराम देते हैं.
कैटेगरी के आधार पर कोटा निर्धारित किया जा रहा है. देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए इस लिहाज से विभागीय स्तर पर नोडल अधिकारी भी नामित किए जा रहे हैं.
हिन्दू धर्म में रवि योग का खास महत्व है. माना जाता है इस दिन स्नान और दान करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आएगी.
पौष पूर्णिमा के दिन ही बारह साल में लगने वाला महाकुंभ मेला शुरू हो रहा है. जानिए इस दिन अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त क्या है.
संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ-2025 की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रहीं हैं. 13 जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ में महज गिनती के कुछ दिन बचे हैं, हर 12 साल में एक विशेष स्थान पर आयोजित होने वाले महाकुंभ में लाखों-करोड़ों साधु-संत और श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं.
प्रयागराज नगरी में हर जगह में कई सारे महाकुंभ से जुड़े पोस्टर लगाए गए हैं. जिनकी मदद से आपको खाने से लेकर रहने तक की तमाम जानकारी एक क्लिक पर मिल जाएगी.
Maha Kumbh Rules: प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. मेले में जाने से पहले जरूर जान लें ये नियम.
महाकुंभ में लगभग 10 करोड़ लोगों का ट्रेन से आने का अनुमान है. इसे लेकर रेलवे सुरक्षा और व्यवस्था के सारे इंतजाम कर रही है. प्रयागराज रेल मंडल द्वारा महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के लिए पहली बार सीसीटीवी कैमरों के साथ एफआर कैमरे भी लगाए जा रहे हैं.
महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ो श्रद्धालु, साधु संत संगम किनारे एकत्रित होते हैं और डुबकी लगाते हैं. इस साल लगभग 40 करोड़ लोगों के कुंभ मेला में शामिल होने की संभावना है.
Kumbh snan niyam : कुंभ स्नान में स्नान करने को लेकर गृहस्थ लोगों को जरूरी 2 बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए तभी पवित्र स्नान का पूर्ण लाभ मिलता है.
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में एक बाबा हैं जो बेहद लोकप्रिय हैं. उनका नाम है मौनी बाबा. वे शरीर पर 33 हजार रुद्राक्ष धारण किए हुए हैं. इन रुद्राक्षों का वजन क़रीब 40 किलो है. इस बार मौनी बाबा 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष लेकर आए हैं. वे इन 5 करोड़ 51 लाख रुद्राक्ष से 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रतीक बनाएंगे. बाबा बताते हैं कि 1989 से 14 साल तक वे मौन रहे. इसके बाद बोलना शुरू किया लेकिन नाम मौनी बाबा पड़ गया. मौनी बाबा सबसे ज्यादा बोलने वाले बाबाओं में से एक हैं.
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. रेलवे ने 22 ट्रेनों की एक लिस्ट जारी की है. यह ट्रेनें देश के अलग-अलग शहरों से चलेंगी और या तो प्रयागराज तक पहुंचकर टर्मिनेट होंगी या फिर प्रयागराज होकर आगे किसी शहर में पहुंचकर टर्मिनेट होंगी.