आजादी के सात दशक बाद अब तक सिर्फ सात अमेरिकी राष्ट्राध्यक्षों ने भारत का दौरा किया है. जबकि भारतीय खेमे की तरफ से प्रधानमंत्रियों के अब तक 30 दौरे हो चुके हैं. गुजरे सात दशक में 9 भारतीय प्रधानमंत्रियों ने अमेरिका का दौरा किया.
8 जून 2016 को यूएस कांग्रेस के ज्वॉइंट सेशन में नरेंद्र मोदी की स्पीच की जमकर तारीफ हुई. उनके भाषण पर कुल 64 बार तालियां बजाई गईं. 9 बार उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया.
PM Narendra Modi US Visit: 2016 में मोदी कांग्रेस को संयुक्त रूप से या अलग से संबोधित करने वाले छठे भारतीय प्रधानमंत्री बने थे. जवाहरलाल नेहरू पहले ऐसे पीएम थे, जिन्होंने 1949 में सदन और सीनेट को अलग-अलग संबोधित किया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह एक सार्थक यात्रा और आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर राष्ट्रपति बाइडन के साथ बातचीत की उम्मीद करते हैं.
एक सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा, ‘‘ जैसा कि आप जानते हैं, अमेरिका की भारत के साथ एक महत्वपूर्ण रक्षा साझेदारी है और ‘क्वाड’ में, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ बेहतरीन सहयोग है ... हम (PM मोदी की) यात्रा के लिए उत्सुक हैं.’
यात्रा की योजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार दोनों पक्ष संयुक्त बयान को अंतिम रूप दे रहे हैं, जिसे एक मजबूत परिणामी दस्तावेज बताया जा रहा है और कहा जा रहा है कि यह आने वाले दशकों के लिए भारत-अमेरिका संबंधों की प्रकृति और रूपरेखा को आकार देगा.
अमेरिकी कांग्रेस द्वारा जारी बयान के अनुसार, यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस ने 22 जून को देश की अपनी यात्रा के दौरान प्रतिनिधि सभा और सीनेट की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए पीएम मोदी को भी आमंत्रित किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कैविन मैक्कार्थी, मिच मैककॉनेल, चक शूमर और हकीम जेफरीज को इस निमंत्रण के लिए धन्यवाद. मैं इसे स्वीकार करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं और एक बार फिर कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं.'
प्रधानमंत्री मोदी 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. अमेरिकी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि मोदी भारत के भविष्य के बारे में अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस माह के अंत में होने वाली अमेरिका यात्रा से पहले स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ प्रोफेसर ने कहा कि भारत और अमेरिका स्वास्थ्य के लिए कृत्रिम मेधा, जांच, मानव क्षमता निर्माण और जैव सुरक्षा जैसे चार क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ा सकते हैं और इसके जरिए स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में सहयोग को अगले स्तर तक पहुंचाया जा सकता है.