चीन में घातक कोरोना वायरस से संबंधी आंकड़ें जनवरी से प्रकाशित किए जाने के बाद से मंगलवार को पहली बार ऐसा हुआ कि देश में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि लोगों को लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए. एक कैबिनेट बैठक में, उन्होंने मंत्रियों से एक "वर्गीकृत योजना" के साथ आने का आग्रह किया था.
पूरे विश्व में इस वायरस की वजह से सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं, उसके बाद स्पेन में लोगों ने सबसे ज्यादा जान गंवाई है. तीसरे नंबर पर अमेरिका है, जहां सोमवार सुबह मौत का आंकड़ा 10 हजार पार कर गया.
अब तक अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या सोमवार तक 10,000 से पार कर गई और इसके साथ ही देश इस इस खतरे से निपटने के लिए सबसे कठिन सप्ताह में प्रवेश कर गया है.
कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की. इस बात की जानकारी ट्वीटर पर साझा करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ सकारात्मक चर्चा हुई जहां कोरोना के खिलाफ भारत और अमेरिका अपनी पूरी ताकत के साथ में मुकाबला करेंगे.
नगर आयुक्त की ओर से बताई गई संख्या ट्रंप के दावे से काफी कम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप 24 फरवरी को रोडशो करेंगे.
ट्रंप ने कहा, हम भारत के साथ व्यापार समझौता कर सकते हैं लेकिन वास्तव में मैं बाद के लिए एक बड़े समझौते की नींव रखने की दिशा में काम कर रहा हूं.
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उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है, कृपया, प्रधानमंत्री ने जो कहा, उसे बहुत ध्यान से देखें. प्रधानमंत्री ने जो कहा, जहां तक मुझे याद है, उसका इस्तेमाल ट्रंप ने खुद प्रचार में किया था. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी पहले की बात कर रहे थे. मुझे नहीं लगता कि हमें ईमानदारी से, जो कहा गया था, उसका गलत अर्थ निकालना चाहिए. मेरा मतलब है कि वह (पीएम मोदी) काफी स्पष्ट थे कि वह किस बारे में बात कर रहे थे.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिहाज से आदतों में बदलाव लाने के लिए सोमवार को एक वैश्विक जन आंदोलन की जरूरत बताई और भारत के गैर-परंपरागत (नॉन फॉसिल) ईंधन उत्पादन के लक्ष्य को दोगुने से अधिक बढ़ाकर 450 गीगावाट तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया