अमेरिकी राजनायिक ने भारत (India) के साथ अमेरिका (America) के संबंधों पर कहा कि दोनों देशों की सेनाएं (Armies) साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं. भारत सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास (Military Exercises) अमेरिका के साथ करता है. उन्होंने कहा, ‘हम हिंद-प्रशांत को सुरक्षित और समृद्ध बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज की हमारी चर्चा G20 और G7 के एजेंडा के बीच एक महत्वपूर्ण लिंक बनाने में लाभकारी होगी और ग्लोबल साउथ की आशाओं और अपेक्षाओं को प्राथमिकता देने मे सफल होगी.
I2U2 के इस पहले वर्चुअल शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी (Modi) के अलावा अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) , इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री यायर लापिड, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान (Bin Zayed Al Nahyan) ने भी हिस्सा लिया.
जब भारत (India) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) , ऑस्ट्रेलिया (Australia) के नव-नियुक्त प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ (Anthony Albanese) जापान (Japan) के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) के साथ क्वाड (QUAD) बैठक कर रहे थे तब पास ही में चीन (China) और रूस (Russia) के लड़ाकू विमानों (Fighter Jets) ने संयुक्त हवाई अभ्यास किया था.
भारत (India) और अमेरिका (US) के बीच भरोसे का रिश्ता है और व्यापार के अलावा भी दोनों देशों के रिश्ते आगे बढ़ रहे हैं. तकनीक में साझेदारी बढ़ी लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में संभावनाओं को और खंगाला जाना ज़रूरी.- PM नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) जापान में क्वाड शिखर सम्मेलन (3rd Quad Summit in Japan) के लिए लगभग 40 घंटे के अपने प्रवास के दौरान विश्व के तीन नेताओं के साथ बैठक सहित 23 कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
क्वाड (Quad) देशों में में भारत (India) ,आस्ट्रेलिया (Australia) ,जापान (Japan) और अमेरिका (US) शामिल हैं. अमेरिका की तरफ से बताया गया कि हमारा मानना है कि यह सम्मेलन यह प्रदर्शित करेगा कि लोकतंत्र काम करता है तथा साथ मिलकर काम कर रहे ये चार देश खुले एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत के सिद्धांत की रक्षा करेंगे और उसे बरकरार रखेंगे. ’’
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मद्देनज़र अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) लगातार लोकतंत्रिक देशों के एक साथ खड़े होने की ज़रूरत बता रहे हैं. इनका मकसद रूस (Russia) को वैश्विक मंच पर अलग-थलग करना है. रूस को वैश्विक व्यवस्था से काटने के लिए यूरोप चाहता है कि भारत (India) रूस (Russia) से दूरी बना ले. भारत ने काफी दबाव के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) की अभी तक सीधी निंदा नहीं की है.
सूत्रों ने कहा कि भारत को ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के लिए आमंत्रित किया गया है और प्रधानमंत्री मोदी के ऑनलाइन बैठक में भाग लेने की संभावना है.