हमास ने केरेम शलोम क्रॉसिंग पर हमला किया, हमले में तीन इजरायली सैनिकों की मौत हो गई. जिसके बाद इजरायल की तरफ से जवाबी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
इजरायल ने पेट्रो को "यहूदी विरोधी और घृणित" बताते हुए जवाब दिया और कहा कि उनका रुख हमास को इनाम देने जैसा है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि कई अन्य लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं और नागरिक सुरक्षा दल उन्हें बचाने के लिए काम कर रहे हैं.
व्हाइट हाउस की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि दोनों सहयोगियों ने गाजा में तत्काल युद्धविराम के साथ-साथ बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए चल रही बातचीत की समीक्षा की.
इज़रायल का निर्माण उद्योग उन विशिष्ट क्षेत्रों में श्रमिकों को रोजगार देता है जहां इज़राइली श्रमिकों की कमी है. लगभग 80,000 श्रमिकों का सबसे बड़ा समूह फिलिस्तीनी प्राधिकरण-नियंत्रित वेस्ट बैंक से और अन्य 17,000 गाजा पट्टी से आए थे.
महीनों की बमबारी और इजरायली सैनिकों और फिलिस्तीनी आतंकवादियों के बीच भारी लड़ाई के बाद अधिकांश क्षेत्र अब खंडहर में तब्दील हो चुका है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तरी गाजा में अकाल की स्थिति है जहां 70% आबादी भुखमरी के कगार पर है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की है कि गाजा में राहत पहुंचाने के लिए अस्थायी पोर्ट बनाया जाएगा. यह एक अहम घोषणा है जिसकी चर्चा पहले से चल रही थी लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इसे लागू करने में कई हफ्तों का वक्त लग सकता है. समुद्री रास्ते से छोटी खेप जल्द गाजा भेजी जा सकती है लेकिन बड़ी खेप भेजने के लिए बड़े स्तर पर तालमेल की जरूरत होगी.
गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी गुर्गों और इजरायली सेना के बीच युद्ध में कम से कम 28,064 लोग मारे गए हैं. हमास शासित गाजा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह बात कही. मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि नए आंकड़े में पिछले 24 घंटों में हुई 117 मौतें शामिल हैं. सात अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में कुल 67,611 लोग घायल हुए हैं.