इज़रायल हमास युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इज़रायली सेना के अधिकारी ने हमास के हमले के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान की एक ऐसी घटना की दर्दनाक यादें साझा की, जिसे सुनकर दिल दहल गया.
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच 21 दिनों से जंग चल रही है. 'टाइम्स ऑफ इजरायल' के मुताबिक इजरायली सेना ने देर रात को उत्तरी गाजा में बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. इस बीच हमास ने कहा कि गाजा पट्टी में इजरायल ने इंटरनेट बंद कर दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा से हमास का संपर्क टूट गया है. वहीं, इजरायल ने दावा किया है कि गाजा के अस्पतालों के नीचे हमास अपना हेडक्वॉर्टर चला रहा है. हालांकि, हमास ने इन दावों को खारिज किया है.
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि हमास का मेन ऑपरेशन बेस यानी मुख्य ठिकाना गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा अस्पताल के नीचे है. IDF ने इससे जुड़ी सैटेलाइट इमेज जारी की है.
पूरे गाजा में हमास ने अंडर ग्राउंड सुरंग बना रखी है, जो आपस में जुड़ती हैं. कहा जाए तो गाजा के नीचे एक अंडरग्राउंड शहर बसा हुआ है. हमास के लड़ाके इसी में छिपते हैं, अपने हथियारों को रखते हैं. इजरायल से बंधकर बनाकर लाए गए लोगों को हमास ने इन्हीं सुरंगों में रखा है.
फिलिस्तीनी इस्लामवादी समूह के पास 360 वर्ग किलोमीटर की रेतीली तटीय पट्टी और उसकी सीमाओं के नीचे विभिन्न प्रकार की सुरंगें हैं.
Israel-Hamas War News: इज़रायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि लड़ाकू विमानों और ड्रोनों की मदद से उसकी जमीनी सेना ने पिछले दिनों गाजा में हमले किये. सेना जमीनी आक्रमण की तैयारी पिछले कई दिनों से कर रही थी.
Israel-Hamas War News: संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा में कहीं भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि इजरायल ने संभावित जमीनी हमले की तैयारी से पहले बमबारी और हमले तेज कर दिए हैं.
हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने गुरुवार को कहा कि इजरायली हमलों के कारण गाजा में मारे गए बंधकों की संख्या लगभग 50 हो गई है. हालांकि, हमास के प्रवक्ता ने मारे गए लोगों के बारे में कोई और ब्योरा नहीं दिया.
सरकारी सूत्रों का कहना है कि जहां तक इजरायल का सवाल है, भारत ये मानता है कि 7 अक्टूबर पर इजरायल पर आतंकी हमला हुआ था. लेकिन जब हमास की बात आती है, भारत इसे आतंकी समूह नहीं मानता. सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत के इस स्टैंड के पीछे आर्थिक और आंतरिक मजबूरियां.
इज़रायल PM बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा ज़मीनी जंग की तैयारियों के ऐलान के कुछ ही घंटे बाद इज़रायली फौज ने फ़िलस्तीनी इलाके के उत्तरी क्षेत्र में घुसकर हमला करने की घोषणा कर दी थी.