Israel-Hamas War LIVE Updates: इजरायली सेना गाज़ा पट्टी पर जमीनी हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उन्हें भरोसा है इज़रायली सेना युद्ध के नियमों में रहकर कार्रवाई करेगी.
आंतरिक चर्चा से परिचित दो लोगों के अनुसार, इज़रायल की यात्रा करने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है.
Israel-Hamas War: 6 साल के बच्चे पर 26 बार चाकू से वार किया गया. जांच में यह बात सामने आई है कि इस क्रूर हमले में दोनों पीड़ितों को मुस्लिम होने और हमास-इजरायलियों से जुड़े मध्य पूर्वी संघर्ष के कारण संदिग्ध द्वारा निशाना बनाया गया.
मां ने कहा, "मेरी बेटी शनिवार दोपहर से लापता है, वह एक पार्टी में गई थी. साढ़े छह बजे उसने मुझे फोन किया और बुरी तरह रोने लगी. वह बोलने से बहुत डर रही थी. उसने कहा, 'हमारे चारों ओर रॉकेट गिर रहे हैं. मुझे नहीं लगता' हमें नहीं पता कि क्या करना है या कहां जाना है. हम नहीं जानते कि कहां छिपना है, यहां कोई छिपने की जगह नहीं है.''
Israel Hamas War: जो बाइडेन ने कहा, "हम इस फैक्ट को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि इजरायल पर हमास के घातक हमलों से ज्यादातर फिलिस्तीन के लोगों का कोई लेना-देना नहीं था और वे इस हमले के परिणाम को झेल रहे हैं."
एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken On Israel-Gaza War) ने मिस्र की राजधानी काहिरा छोड़ने से पहले मीडिया से कहा, "मैं जिस भी देश में गया, वह यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित थे कि यह संघर्ष न फैले."
हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइल के दक्षिणी इलाके में किए गए भयावह हमले में भारतीय मूल की कम से कम दो इजराइली महिला सुरक्षा अधिकारी मारी गई हैं. आधिकारिक सूत्रों और समुदाय के लोगों ने रविवार को इसकी पुष्टि की. सूत्रों ने पुष्टि की कि सात अक्टूबर को हमास की ओर से किए गए हमले में अशदोद के होम फ्रंट कमान की कमांडर 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट ऑर मोसेस तथा पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की सीमा पुलिस अधिकारी निरीक्षक किम डोकरकर मारी गई हैं.
इजराइल के एक फार्म पर हमास के हमले के बाद लापता हुए एक नेपाली छात्र को इस फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह द्वारा बंधक बना लिया गया है और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की मदद से उसे ढूंढने के प्रयास जारी हैं. नेपाल सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी.
इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान (Gilad Erdan) ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र (UN) में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूएन के कुछ अधिकारियों की आलोचना की और ईरान के एक मंत्री से हाथ मिलाने वाले एक अधिकारी पर वे जमकर बरसे. एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र पर "चट्टान के नीचे रहने" और "अपने हाथों को खून से रंगने" का आरोप लगाया. उन्होंने अपनी एक पोस्ट में लिखा, "नरसंहार करने वाले आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र का समर्थन और उनका वैधीकरण सभ्यता के लिए खतरा है!"
हमास ने लोगों से वहां से न निकलने का आग्रह करते हुए कहा है कि सड़कें असुरक्षित हैं. समूह के प्रमुख इस्माइल हानिया ने कहा है कि फिलिस्तीनी "हमारी भूमि पर बने रहेंगे."