Israel-Hamas war: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने राष्ट्रपति पद की संभावित सबसे जोखिम भरी यात्रा पर मध्य पूर्व के लिए रवाना हो रहे हैं. इस यात्रा का लक्ष्य हमास के खिलाफ इजरायल का समर्थन करना, गाजा में तबाही को टालना और युद्ध को रोकना है. अमेरिकी राष्ट्रपति बुधवार को प्रमुख सहयोगी देश इजरायल में वहां के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ उच्च-स्तरीय बातचीत के लिए युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरेंगे. इसके बाद वे क्षेत्रीय नेताओं के साथ फोर-वे समिट के लिए जॉर्डन जाएंगे.
इज़रायल और हमास के बीच लड़ाई क्या विश्व युद्ध में तब्दील हो सकती है? इसे लेकर अलग-अलग जानकारों की अलग-अलग राय है. अगर ये विश्व युद्ध में तब्दील होती है, तो कई और जगहों पर इस तरह की झड़पों की स्थिति पैदा हो जाएगी.
इजरायल-हमास युद्ध के संदर्भ में यह पहली बार है जब पश्चिम एशिया के देश भी बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं. संयुक्त अरब अमीरात ने हमले के पहले दिन ही हमास को आड़े हाथ लिया था, वहीं सऊदी अरब भी युद्ध के संदर्भ में संतुलन की नीति पर चलता दिखाई दे रहा है.
फिलस्तीनियों ने इजरायल पर दक्षिणी गाजा में भीषण हवाई हमले करने का आरोप लगाया है.
मारे गए 15 पत्रकारों में से 11 फ़िलिस्तीनी, तीन इज़रायली और एक लेबनानी थे. इसके अलावा, 8 पत्रकारों के घायल होने और 3 के लापता होने की भी सूचना है.
इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट ने कहा कि हम शांति चाहते हैं लेकिन अगर हमास वहां है तो शांति नहीं होगी. हम जानते हैं कि निर्दोष लोग मारे गए हैं, लेकिन हमास उन्हें जाने नहीं दे रहा है.
मुस्तफा बरगौटी ने कहा कि इजरायल के हमले में 1,700 से अधिक बच्चे मारे गए हैं और हजारों लोग अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं.
‘ऑपरेशन अजय’ के तहत विशेष उड़ान सुविधा उन भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए 12 अक्टूबर को शुरू की गईं, जो हमास के इजराइल पर सात अक्टूबर को किए गए हमलों के बाद पैदा हुए हालात के मद्देनजर स्वदेश लौटना चाहते हैं.
Israel-Hamas war : इजरायल ने आक्रमण शुरू करने से पहले उत्तरी गाजा में नागरिकों को दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा और बाद में आरोप लगाया कि हमास इजराइली हवाई हमलों के खिलाफ गाजावासियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा, "हमने भारत का इजरायल के लिए अविश्वसनीय भावनात्मक समर्थन देखा. मुझे लगता है कि पीएम मोदी और भारत स्थिति को समझते हैं. उन्होंने सबसे पहले इस आतंकी हमले की आतंकी हमले के तौर पर निंदा की. बाकी देशों ने शुरुआत में ऐसा नहीं किया था.