अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हमास एक आतंकी गुट है और उसका एकमात्र एजेंडा इजरायल (Israel Gaza War) को नष्ट करना और यहूदियों की हत्या करना है.
शनिवार को एक गवाह ने एएफपी को बताया कि "दर्जनों परिवारों को ले जा रहे एक ट्रक पर वाडी गाजा के पास बमबारी की गई थी."
Israel-Hamas War Live Updates: इज़रायल ने अब जमीनी जंग की तैयारी कर ली है. ऐसे में बिगड़ते हालात के बीच भारत लगातार इज़रायल से अपने नागरिकों को निकाल रहा है. इजराइल छोड़ने के इच्छुक 274 भारतीय नागरिकों का चौथा जत्था शनिवार को एक विशेष उड़ान से स्वदेश के लिए रवाना हुआ.
Israel Hamas War: हमास के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई में घातक इजरायली गोलाबारी जारी है. इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 2,200 से अधिक लोग मारे गए हैं.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि हमने गाजा (Israel Gaza War) में संपर्क वाले अमेरिकी नागरिकों को सूचना दी है कि अपनी सुरक्षा को देखते हुए वे लोग मिस्र की राफा क्रॉसिंग की तरफ जा सकते हैं.
Israel-Hamas War: इज़राइल में पिछले सप्ताह एक म्युजिक फेस्टिवल में हमास के बंदूकधारियों ने आम लोगों पर घातक हमला किया. उन्होंने 250 से अधिक लोगों को गोली मार दी या उनको कारों में जला दिया. अमित मुसाई इस उत्सव में मौजूद थे. उन्होंने हमास के हमले के दौरान जीवन के लिए भागने का संघर्ष याद किया.
हमास के बंदूकधारियों द्वारा पकड़े गए अनुमानित 150 बंधकों - इजरायली, विदेशी नागरिकों - की कुल मृत्यु की संख्या 22 हो गई है. बता दें कि इजराइल में हमास के आंतकियों के शव पाए गए, जिसके पास दस्तावेजों में विस्तृत नक्शे शामिल थे और संकेत दिया गया था कि हमास का इरादा नागरिकों को मारने या बंधक बनाने का था.
इजरायल के पूर्व एनएसए ने जोर देकर कहा कि इजरायली सरकार का उद्देश्य जवाबी कार्रवाई करना नहीं है बल्कि गाजा में हमास को नेतृत्व से हटाना है ताकि ऐसी चीजें दोबारा न हो सकें.
गोपीनाथ ने बताया कि युद्ध से प्रवासन संबंधी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं और क्षेत्र में पर्यटन प्रभावित हो सकता है. मुझे लगता है कि इस समय यह जानना जल्दबाजी होगी कि क्या हो सकता है. लेकिन हम घटनाओं पर बहुत करीब से नजर रख रहे हैं. अपने पहले के बिंदु पर लौटते हुए, आईएमएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तेल की कीमतों में वृद्धि और मुद्रास्फीति पर इसका प्रभाव युद्ध के आर्थिक नतीजों के संदर्भ में मुख्य चिंताएं बनी रहेंगी.
ओआईसी चार महाद्वीपों में फैले 57 देशों की सदस्यता के साथ संयुक्त राष्ट्र के बाद दूसरा सबसे बड़ा संगठन है. यह खुद को "मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज" कहता है.