संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने चेतावनी दी है कि विस्थापितों तक आवश्यक आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचने के कारण गाजा में भोजन, पानी, बिजली और महत्वपूर्ण आपूर्ति खत्म होने के कगार पर है.
गाजा शहर की 10 लाख से अधिक की आबादी में ज्यादातर उन शरणार्थियों के वंशज हैं, जो 1948 में इसकी स्थापना के समय इजरायल से भाग गए थे या अपने घरों से निकाल दिए गए थे.
Israel Palestine Conflict: गाजा की जमीनी सीमा पर दो मुख्य एंट्री /एक्जिट पॉइंट हैं, जिनके जरिए यहां के लोगों को बाहर जाने की परमिशन दी जाती है. उत्तर में इरेज़ क्रॉसिंग है, जिसे इजरायल कंट्रोल करता है, जबकि राफा क्रॉसिंग को इजिप्ट की ओर से नियंत्रित किया जाता है.
ज़मीनी आक्रमण हिजबुल्लाह को इज़राइल-हमास युद्ध में अपनी भागीदारी और बढ़ाने के लिए भी उकसा सकता है. बता दें कि इज़रायल और हिजबुल्लाह के बीच लेबनान सीमा पर गोलीबारी हो रही है, लेकिन अभी तक पूरी तरह से टकराव नहीं हुआ है.
Israel Hamas War: केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी ने तय किया है कि जो भी भारतवासी मुश्किल में है देश और देश की सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी."
दरअसल, 'स्काईन्यूज़' के साथ एक इंटरव्यू में इज़रायल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ़्टाली बेनेट से पूछा गया था कि बिजली काट देने की वजह से ग़ाज़ा पट्टी में स्वास्थ्य सुविधाएं और सेवाएं किस तरह प्रभावित हुईं, जिनमें लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम और नवजातों के लिए इन्क्यूबेटर भी शामिल हैं.
"हमारे पास पहले दो दिनों के लिए पर्याप्त भोजन, पानी और बिजली थी, लेकिन हमारी सबसे बड़ी चुनौती हमारे पीड़ित बच्चों से निपटना था. वे लगातार रो रहे थे, खाने से इनकार कर रहे थे और हमसे बेहद मुश्किल सवाल पूछ रहे थे... हम यहां क्यों पैदा हुए..? इजरायली सेना हमें क्यों मारना चाहती है...?"
इज़रायल (Israel) की सेना द्वारा 11 लाख से ज़्यादा ग़ाज़ा (Gaza Strip) निवासियों समेत संयुक्त राष्ट्र (UN) के अधिकारियों-कार्यकर्ताओं को 24 घंटे के भीतर दक्षिणी हिस्सों में चले जाने के लिए कहने के बाद UN ने 'विनाशकारी और भयावह नतीजों' की चेतावनी दी है. उधर, सरहद पर लगातार बढ़ती इज़रायली फौज (IDF) से संकेत मिलता है कि फ़िलस्तीनी (Palestine) ग्रुप का 'सफाया' करने की ज़िद पर अड़ी इज़रायल सरकार किसी भी वक्त ज़मीनी हमला कर सकती है.
ज़का स्वयंसेवक ने कहा कि उसने लगभग 20 बच्चों सहित कई नागरिकों को देखा, जिनके हाथ गोली मारने और जलाए जाने से पहले उनकी पीठ के पीछे बांध दिए गए थे.
Israel Hamas War Update: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस आतंकी हमले में 1,300 से अधिक इजरायली मारे गए हैं. वहीं, 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं.