इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष (Israel Palestine Conflict) का बुधवार को पांचवां दिन है. हमास के हमले के जवाब में इजरायल ने बीती रात गाजा पट्टी पर हमास (Hamas Group) के 200 से ज्यादा ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए. इस हमले में अब तक 3600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इनमें से इजरायल में मरने वालों की संख्या 1200 से ऊपर हो गई है, जबकि गाजा (Gaza Strip) अधिकारियों ने अब तक 900 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है. इजरायली सेना ने यह भी कहा कि उसने इजरायल के अंदर लगभग 1500 हमास कार्यकर्ताओं के शव बरामद किए हैं. गाजा पर इजराइल के हमले में UN के 9 कर्मचारी मारे गए हैं.
इजरायल और हमास बीते पांच दिनों से एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. दोनों ही तरफ से एक के बाद एक रॉकेट दागे जा रहे हैं.
जनरल साहनी ने कहा कि इजरायल-गाजा संघर्ष (Israel-Gaza War) से हमको सीखने की जरूरत है. जब भी कोई आतंकी हमला होता है तो उससे हमेशा सबक लेना चाहिए.भारत पर भी कई तरह के खतरे हैं. हमें अपने सिस्टम को दोबारा बारीकी से देखना पड़ेगा कि कहीं कोई चूक वाली बात तो नहीं है.
पिछले सप्ताह हमास के अचानक हमले के बाद से लगभग 1,200 इज़रायली मारे गए हैं, जिसका जवाब उसने गाजा पर भारी गोलाबारी से दिया था.
इजरायल में ग्राउंड ज़ीरो से रिपोर्टिंग के दौरान एनडीटीवी की टीम एस्केलॉन के जिस होटल में ठहरी थी, उस पर भी मंगलवार शाम को रॉकेट से हमला (Israil Rocket Attack) किया गया. हालांकि टीम सुरक्षित बच गई लेकिन टीम जिस वाहन का उपयोग कर रही थी वह रॉकेट हमले में आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है.
इजरायल पर हमले का जिक्र किए बिना कथित तौर पर हमास और फिलिस्तीन मुद्दे का समर्थन करने को लेकर कांग्रेस निशाने पर आ गई है. इजरायल और हमास समूह के बीच ताजा युद्ध में 3,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
कांग्रेस नेता ने वाजपेयी के जिस भाषण का जिक्र किया था उसमें पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि अरबों की जिस जमीन पर इजरायल (Israel Palestinian War) कब्जा करके बैठा है, वो जमीन उसको खाली करनी होगी जो कि फिलिस्तीनी हैं.
इज़रायल ने कहा कि उसने गाजा के सीमावर्ती क्षेत्रों को हमास समूह से वापस ले लिया है. हमास के साथ इज़रायल की भीषण लड़ाई पांचवें दिन में प्रवेश कर गई है, जिसमें दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए हैं. कल शाम इज़रायल और सीरिया की सेनाओं के बीच भी गोलीबारी हुई. वहीं सीमा पार तनाव के लगातार तीसरे दिन, मंगलवार को दक्षिण लेबनान से इज़रायल की ओर रॉकेट दागे गए.
फ्रांस के पीएम एलिजाबेथ बोर्न ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी यहूदी विरोधी कृत्य या टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं पेरिस पुलिस प्रमुख लॉरेंट नुनेज़ ने बताया कि गुरुवार को पेरिस में फिलिस्तीन के समर्थन में होने वाले दो प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वाशिंगटन ने शांति स्थापित करने के प्रयासों पर "एकाधिकार" स्थापित करने की कोशिश की है.