इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन (IsraelPalestineConflict) हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच इजरायल ने गुरुवार को सीरिया (Israel Air Strike on Syria) में ईरान समर्थित हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. ये हमले दमिश्क और अलेप्पो एयरपोर्ट के करीब हुए हैं. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन गुरुवार को दमिश्क एयरपोर्ट पर उतरने वाले थे. इसी दौरान इजरायल ने एयर स्ट्राइक की. हमले के बाद ईरान के विदेश मंत्री बीच रास्ते से ही अपने देश लौट गए. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल के हमले के बाद सीरिया के दो मुख्य एयरपोर्ट पर सर्विस बंद है. सभी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं.
इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. हमास गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ लगातार बमबारी कर रहा है और रॉकेट दाग रहा है.
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इजरायल ने इन खुफिया सूचनाओं पर इसलिए कोई एक्शन नहीं लिया, क्योंकि इजिप्ट (मिस्र) ने हमले की भयावहता के बारे में नहीं बताया था. रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि इजिप्ट की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया, क्योंकि इज़राइल का ध्यान वेस्ट बैंक (West Bank) में बसने वालों पर था.
गाजा धरती पर सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले जगहों में एक है. इसे ओपन जेल भी कहा जाता है. शनिवार से यहां लगातार बमबारी हो रही है.
हमास को ईरान द्वारा मदद दिए जाने को लेकर उठ रहे सवालों के बीच अमेरिका की ट्रेज़री सेक्रेटरी जेनेट येलेन ने संकेत दिया है कि अमेरिका ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकता है.
बख्तरबंद कोर की 77वीं बटालियन में तैनात 19 वर्षीय कॉर्पोरल नामा बोन पर भी हमास ने हमला किया था. मरने से पहले बोन ने अपने परिवार को रोंगटे खड़े कर देने वाला मैसेज किया था. शनिवार को हमास के हमले के वक्त वह ड्यूटी पर थीं.
करीब 10 मिलियन लोगों का देश अपने 75 साल के इतिहास में एक ही दिन में सबसे घातक हमले का सामना कर रहा है. कोई भी भय, सदमे और दुख से अछूता नहीं रहा है, क्योंकि परिवारों की उनके बिस्तरों में हत्या और सड़कों पर गोलियों से खुलेआम भून दिया.
हमास कई सालों से इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम का तोड़ ढूंढने की कोशिश कर रहा था.
गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार सुबह तक 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. डर के साए में बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं, लेकिन उनके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है, इजराइल और मिस्र दोनों ने अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं.
फ़िलिस्तीनी एन्क्लेव के बिजली प्राधिकरण ने घोषणा करते हुए कहा कि संयंत्र में ईंधन ख़त्म हो गया है. काहिरा में अरब लीग मुख्यालय में बैठक में अरब विदेश मंत्रियों ने इज़रायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर चर्चा की. जिसमें इज़रायल से गाजा की घेराबंदी हटाने की मांग की.