प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को कहा कि दुनिया को बर्बाद करने में भारत की कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने साफ तौर पर पश्चिम की आलोचना की. न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में हजारों भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी रहती है और इसका कार्बन उत्सर्जन चार प्रतिशत से भी कम है.
अमेरिका (US) के प्रवासी भारतीयों के लिए पीएम मोदी (PM Modi) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. उन्होंने कहा कि, भारत ने बोस्टन और लॉस एंजिल्स में दो नए काउंसलेट (Consulates) खोलने का फैसला लिया है. अमेरिका में भारतवंशियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा की.
PM Modi US Visit : पीएम मोदी (PM Modi) ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि 13 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा, फिर पीएम बना. देश की जनता ने बहुत भरोसे के साथ मुझे तीसरा टर्म सौंपा है. मैं तीन गुना दायित्व के साथ आगे बढ़ रहा हूं.
PM Modi US Speech: न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने बोस्टन और लॉस ऐंजिलिस में दो नए काउंसलेट खोलने का निर्णय लिया है. जानिए और क्या कहा प्रधानमंत्री ने...
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब पीछे-पीछे नहीं चलता, भारत अब नेतृत्व करता है, व्यवस्था बनाता है. भारत ने दुनिया को डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का कॉन्सेप्ट दिया.
India-US Deal: क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए पीएम मोदी अमेरिका से शक्ति लाने में कामयाब हो गए. अब यही शक्ति देश को मजबूती देगा...
PM Modi in US : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि कोई समंदर इतना गहरा नहीं है, जो दिल की गहराइयों में बसे हिंदुस्तान को आपसे दूर कर सके.
प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं हमेशा से आपके सामर्थ्य को... भारतीय डायस्पोरा के सामर्थ्य को समझता रहा हूं. आप मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत बैंड एंबेसेडर रहे हैं. इसलिए मैं आप सबको राष्ट्रदूत कहता हूं.
297 antiques America handed over to India: पीएम मोदी भारत की संस्कृति और विरासत को संजोने के लिए हर तरह के कदम उठाते रहते हैं. अमेरिका ने पीएम मोदी की यात्रा के दौरान उन्हें 297 एंटिक्स सौंपे हैं...जानिए कौन से एंटिक्स आ रहे भारत...
भारत और अमेरिका में क्लीन एनर्जी को लेकर एक साथ आगे बढ़ने की पहल का भारत पर बेहद सकारात्मक असर दिखेगा. इससे भारत के घरेलू स्वच्छ ऊर्जा सप्लाई चेन निर्माण को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.