अयोध्या में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा (Ayodhya Ram Darbar) हो चुकी है. अब शिव, शेषावतार, मां अन्नापूर्णा, मां दुर्गा, भगवान सूर्य देव, गणेश जी और बजरंगबली समेत 8 देवी-देवताओं के मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है.
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि जिन मंदिरों (Ayodhya Temple) की आज प्राण प्रतिष्ठा हो रही है, उनके दर्शनों की अनुमति अभी नहीं होगी. परिस्थितियां अनुकूल होने पर ही समाज को दर्शन की अनुमति दी जाएगी. उसकी भी प्रक्रिया तय की जाएगी.
आखिर वह पल आने को है, जिसका इंतजार पूरा देश बेसब्री से कर रहा है. राम मंदिर परिसर की पहली मंजिल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Darbar Pran Pratishtha) होने जा रही है. इसके लिए बहुत ही खास मुहूर्त को चुना गया है. सबकुछ डिटेल में जानें.
प्राण प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने अयोध्या पहुंचे हैं.
Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha: अयोध्या राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर क्या-क्या विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं? इसके बारे में यज्ञ आचार्य जयप्रकाश त्रिपाठी और उनके सहयोगियों से NDTV ने खास बातचीत की.
सामूहिक प्राण प्रतिष्ठा के तीसरे दिन आज यानी बुधवार को पालकी यात्रा निकाली जाएगी. इसमें 8 देवी-देवताओं की पूरक मूर्तियां होंगी, जिन्हें राम लला के दर्शन कराए जाएंगे. इन मूर्तियों को उत्सव मूर्तियां कहते हैं.
पर्यटन विभाग के प्रस्ताव के अनुसार, अक्सर देखने में आता है कि प्रमुख धार्मिक या पर्यटन स्थलों पर होटल फुल हो जाते हैं. ऐसे हालात में पर्यटकों को रुकने में परेशानी होती है. इसी समस्या से निपटने के लिए यह नीति तैयार की गई है. इस नए प्रस्ताव को डबल डोज के रूप में देखा जा रहा है.
अयोध्या से भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की एक्सक्लूसिव तस्वीरें सामने आई है. राम मंदिर यज्ञ मंडप में सुबह से ही यज्ञ एवं हवन पूजन का कार्यक्रम प्रारम्भ हो गया और विधि विधान चल रहा है.
आपको बता दें अयोध्या राम मंदिर में राम दरबार के साथ सात अन्य मंदिरों की भी स्थापना की जा रही है. ये सातों मंदिर प्रथम तस पर गर्भग्रह के पास बनाए गए आयाताकार घेरे के चारों कोनों पर स्थित होंगे.
राम मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार (Ayodhya Ram Temple) स्थापित किया जाएगा. इसके लिए मूर्तियों को जयपुर से लाया गया है. मंदिर के दरवाजे सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच रहे हैं.