‘राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के अध्यक्ष प्रबंध महंत नृत्य गोपाल दास समेत ट्रस्ट के सदस्यों ने गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यहां उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें अयोध्या आने का निमंत्रण दिया. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हाल ही में गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक बुधवार को हुई थी. ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद नेता चंपत राय तथा कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि भी बैठक में उपस्थित थे.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने नया शिगूफा छोड़ दिया है. उन्होंने कहा है कि अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के लिए ट्रस्ट बनाया जा सकता है तो मस्जिद के लिए क्यों नहीं? बीजेपी (BJP) ने इस बयान को लेकर शरद पवार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है. शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र में बीजेपी को पटखनी देने वाले एनसीपी नेता शरद पवार ने अब उत्तरप्रदेश की राह पकड़ ली है. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी को घेरने की कोशिश की है. इसके साथ ही उन्होंने बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) के लिए ट्रस्ट क्यों नहीं? कहकर नए विवाद को हवा दे दी है.
राम मंदिर निर्माण के लिए बीते 25 वर्षों से तराशे जा रहे पत्थरों की शिल्पकारी का उपयोग किया जाएगा. साथ ही श्रीराम शिलाएं भी मंदिर में इस्तेमाल की जाएंगी. इन पत्थरों में अद्भुत कलाकारी की गई है.
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) के लिए बने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज पहली बैठक हुई है. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. महंत नृत्य गोपाल दास (Nritya Gopal Das) को राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) का अध्यक्ष बनाया गया, जबकि विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव बनाया गया.
अयोध्या मामले में टाइटल सूट के पक्षकार त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने कहा कि गृर्भ गृह का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मूर्तियों को उनके मूल स्थान पर वापस लाया जाएगा.
मुस्लिमों के मुताबिक बाबरी मस्जिद वाले इलाके में ‘गंज शहीदान’नाम का एक कब्रिस्तान है जहां अयोध्या में 1885 में हुए दंगों में जान गंवाने वाले 75 मुस्लिमों को दफनाया गया था
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक 19 फरवरी को होगी. यह बैठक ट्रस्ट के दिल्ली ऑफिस और के. परासरण के निवास स्थान पर होगी. बैठक शाम 5.00 बजे बुलाई गई है. बैठक के एजेंडे में ट्रस्ट के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव और इसके अतिरिक्त ट्रस्ट में नामांकन के लिए दो सदस्यों का चुनाव बहुमत के आधार पर होगा. सूत्रों कहा कहना है कि राम मंदिर का निर्माण 2 अप्रैल (रामनवमी के दिन) या फिर 26 अप्रैल (अक्षय तृतीया) के दिन शुरू किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य इस साल रामनवमी या अक्षय तृतीया से शुरू हो सकता है. हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला ट्रस्ट की पहली बैठक में लिया जाएगा.
यूपी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि यूपी सरकार की कैबिनेट ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने लोकसभा में 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा की.
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में दी. यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) के मतदान से पहले राम मंदिर ट्रस्ट का गठन होने की संभावना है. अगले तीन दिनों के भीतर केंद्र सरकार संसद को ट्रस्ट के गठन की जानकारी देगी. सुप्रीम कोर्ट ने नौ फरवरी 2020 तक ट्रस्ट के गठन और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने का निर्देश दिया था. सरकार इस समयसीमा को पूरा करेगी, अधिक समय नहीं मांगा जाएगा.