अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) के लिए बने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आज पहली बैठक हुई है. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. महंत नृत्य गोपाल दास (Nritya Gopal Das) को राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) का अध्यक्ष बनाया गया, जबकि विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव बनाया गया.
अयोध्या मामले में टाइटल सूट के पक्षकार त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने कहा कि गृर्भ गृह का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मूर्तियों को उनके मूल स्थान पर वापस लाया जाएगा.
मुस्लिमों के मुताबिक बाबरी मस्जिद वाले इलाके में ‘गंज शहीदान’नाम का एक कब्रिस्तान है जहां अयोध्या में 1885 में हुए दंगों में जान गंवाने वाले 75 मुस्लिमों को दफनाया गया था
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक 19 फरवरी को होगी. यह बैठक ट्रस्ट के दिल्ली ऑफिस और के. परासरण के निवास स्थान पर होगी. बैठक शाम 5.00 बजे बुलाई गई है. बैठक के एजेंडे में ट्रस्ट के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव और इसके अतिरिक्त ट्रस्ट में नामांकन के लिए दो सदस्यों का चुनाव बहुमत के आधार पर होगा. सूत्रों कहा कहना है कि राम मंदिर का निर्माण 2 अप्रैल (रामनवमी के दिन) या फिर 26 अप्रैल (अक्षय तृतीया) के दिन शुरू किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य इस साल रामनवमी या अक्षय तृतीया से शुरू हो सकता है. हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला ट्रस्ट की पहली बैठक में लिया जाएगा.
यूपी सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि यूपी सरकार की कैबिनेट ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इससे पहले प्रधानमंत्री ने लोकसभा में 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा की.
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में दी. यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) के मतदान से पहले राम मंदिर ट्रस्ट का गठन होने की संभावना है. अगले तीन दिनों के भीतर केंद्र सरकार संसद को ट्रस्ट के गठन की जानकारी देगी. सुप्रीम कोर्ट ने नौ फरवरी 2020 तक ट्रस्ट के गठन और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने का निर्देश दिया था. सरकार इस समयसीमा को पूरा करेगी, अधिक समय नहीं मांगा जाएगा.
मॉडल की विशेषता के बारे में उन्होंने बताया कि यह 1008 फुट की ऊंचाई के साथ विश्व के सबसे ऊंचे शिखर वाले मंदिर का मॉडल है, जिसका गर्भगृह 216 वर्गफुट का है. इसमें प्रतिदिन एक लाख आठ हजार लोगों के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मौसम खराब होने के कारण केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से शुभकामनाएं देने के लिए कहा है, इसलिए मैं गृहमंत्री की तरफ से भी आपको शुभकामनाएं देता हूं.’ उन्होंने कहा कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय गुरुकुल की प्राचीन परम्परा को आगे बढ़ाते हुए देश और दुनिया के दिव्यांगजन को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा रहा है.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर की नींव उनकी पार्टी ने रखी थी, ऐसे में मंदिर निर्माण का श्रेय किसी एक दल को नहीं जाता है.