केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में दी. यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) के मतदान से पहले राम मंदिर ट्रस्ट का गठन होने की संभावना है. अगले तीन दिनों के भीतर केंद्र सरकार संसद को ट्रस्ट के गठन की जानकारी देगी. सुप्रीम कोर्ट ने नौ फरवरी 2020 तक ट्रस्ट के गठन और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने का निर्देश दिया था. सरकार इस समयसीमा को पूरा करेगी, अधिक समय नहीं मांगा जाएगा.
मॉडल की विशेषता के बारे में उन्होंने बताया कि यह 1008 फुट की ऊंचाई के साथ विश्व के सबसे ऊंचे शिखर वाले मंदिर का मॉडल है, जिसका गर्भगृह 216 वर्गफुट का है. इसमें प्रतिदिन एक लाख आठ हजार लोगों के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मौसम खराब होने के कारण केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उन्होंने अपनी ओर से शुभकामनाएं देने के लिए कहा है, इसलिए मैं गृहमंत्री की तरफ से भी आपको शुभकामनाएं देता हूं.’ उन्होंने कहा कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय गुरुकुल की प्राचीन परम्परा को आगे बढ़ाते हुए देश और दुनिया के दिव्यांगजन को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करा रहा है.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर की नींव उनकी पार्टी ने रखी थी, ऐसे में मंदिर निर्माण का श्रेय किसी एक दल को नहीं जाता है.
झारखंड के पाकुड़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए BJP अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दुनियाभर में हिंदुओं की इच्छा के अनुरूप अयोध्या में चार महीने के अंदर एक भव्य राम मंदिर (Ram Temple) बनाने का काम शुरू हो जाएगा.
बिहार के कैमूर जिले के प्रसिद्ध गोविंद भोग और कतरनी चावल से अयोध्या में रामलला का भोग बनेगा. भगवान के अलावा भक्तों के लिए भोजन प्रसाद भी इसी चावल से ही बनेगा. इसके लिए 60 क्विंटल चावल अयोध्या भेजा गया है.
राम जन्मभूमि पर आसमान छूने वाला मंदिर बनेगा. अमित शाह ने यह बात भगवान बिरसा मुंडा की धरती मनिका, लातेहार में अपनी चुनावी रैली के दौरान कही. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी न्यायालय में केस ही नहीं चलने देती थी. अभी उच्चतम न्यायालय ने सर्वानुमति से यह निर्णय कर दिया है. राम जन्मभूमि पर आसमान छूने वाला मंदिर बनेगा.
राम बारात इस साल 21 नवंबर को अयोध्या से नेपाल के जनकपुर के लिए रवाना होगी. इस साल सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के पक्ष में आए फैसले के बाद बारात और धूमधाम से निकाली जाएगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मेरा काम पूरा हो गया है. मेरे जैसे लोगों के रिटायर होने का समय आ गया है. जनसंख्या नियंत्रण का कानून लागू होने के बाद मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.'