विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए वह ‘अंतिम लड़ाई’ लड़ रही है और इस वर्ष के अंत तक संसद में एक अध्यादेश लाने के लिए भाजपा नीत केन्द्र सरकार के लिए एक ‘समय सीमा’ तय की गई है. राम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास की अध्यक्षता में विहिप की उच्च स्तरीय समिति की यहां हुई एक दिवसीय बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें संसद में एक अध्यादेश लाने की मांग की गई, जो उत्तर प्रदेश के अयोध्या में विवादित स्थल पर एक भव्य राम मंदिर के निर्माण का रास्ता निकालेगा.
राम मंदिर को लेकर बीजेपी की नीयत पर अब सवाल उठाया जा रहा है. बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर दिया गया है. ऐसा करने वाले संघ परिवार से जुड़े साधु संत हैं. पिछले साढ़े चार साल से राम मंदिर का इंतजार कर रहे इन साधु संतों के सब्र का बांध अब टूट रहा है.
लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा गरमाने वाला है. विश्व हिंदू परिषद यानी वीएचपी ने राम मंदिर के मुद्दे को फिर से उछालने की तैयारी कर ली है. राम मंदिर को लेकर 5 अक्टूबर को दिल्ली में संतो की बड़ी बैठक होने वाली है. यह बैठक वीएसपी के संत उच्चाधिकार समिति की होगी, जिसमें 30 से 35 बड़े संत हिस्सा लेंगे. बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण को लेकर भविष्य की रणनीति पर इस बैठक में चर्चा हो सकती है. इतना ही नहीं, राम मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा का भी ऐलान संभव हो सकता है.
अयोध्या में राम मंदिर को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर हमला बोला है. कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के राम मंदिर से जुड़े ताजा बयान को लेकर बुधवार को उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘कलयुग की कैकेयी’ भाजपा ने भगवान राम को 30 वर्षों से वनवास पर भेज रखा है तथा चुनाव के समय उन्हें राम की याद आती है.
जैसे-जैसे 2019 लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं राजनीतिक पार्टियों को फिर से अयोध्या में राम मंदिर का मामला याद आने लगा है. भारतीय जनता पार्टी के बाद अब बिहार में उसकी सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड का भी कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द होना चाहिए और जदयू ने इस मुद्दे पर लोगों से सहमति की अपील की है. जनता दल यूनाइटेड के महासचिव पवन वर्मा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रहित में है और विरोध कर रहे लोगों के भी हित में है. बता दें कि इससे पहले यूपी एक विधायक बोल चुके हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट उनका है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि अयोध्या में राम मन्दिर का शीघ्र निर्माण होना चाहिए और विश्वास व्यक्त किया कि इससे हिंदुओं एवं मुस्लिमों के बीच तनाव खत्म हो जाएगा. भगवान राम को “इमाम-ए-हिंद” बताते हुए भागवत ने कहा कि वह देश के कुछ लोगों के लिए भगवान नहीं हो सकते लेकिन वह समाज के सभी वर्ग के लोगों के लिए भारतीय मूल्यों के एक आदर्श हैं. उन्होंने कहा, 'एक संघ कार्यकर्ता, संघ प्रमुख और राम जन्मभूमि आंदोलन के एक हिस्से के तौर पर मैं चाहता हूं कि भगवान राम की जन्मभूमि (अयोध्या) में जल्द से जल्द भव्य राम मंदिर बनाया जाए.' संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन उन्होंने कहा, ‘अब तक यह हो जाना चाहिए था. भव्य राम मंदिर का निर्माण हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव की एक बड़ी वजह को खत्म करने में मदद करेगा और अगर मंदिर शांतिपूर्ण तरीके से बनता है तो मुस्लिमों की तरफ अंगुलियां उठनी बंद हो जाएंगी.' उन्होंने कहा कि यह देश की संस्कृति और 'एकजुटता को मजबूत' करने का मामला है, यह देश के करोड़ों लोगों के विश्वास का मुद्दा है. उन्होंने इस मुद्दे पर बातचीत का भी समर्थन किया लेकिन कहा कि अंतिम फैसला राम मंदिर समिति के पास होगा जो मंदिर के निर्माण के लिए आंदोलन चला रही है.
बीजेपी विधायक मुकुट बिहारी वर्मा ने अयोध्या के राम मंदिर मामले को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर से बीजेपी की ओर से प्रतिबद्धता की बात सामने आई है. बीजेपी विधायक मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विकास के मुद्दे पर जीत कर सत्ता में आई है. मगर राम मंदिर जरूर बनेगा क्योंकि यह हमारी प्रतिबद्धतता है. गौरतलब है कि बीते दिनों खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के सवाल पर कहा था कि राम मंदिर तय समय पर ही बनेगा. जो नियती है उसे कोई मिटा नहीं सकता.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री मोदी की उपलब्धियों पर होगा, जिसमें राष्ट्रीय मुद्दे हावी रहेंगे. उन्होंने राम मंदिर के सवाल पर कहा कि जो कार्य होना है वह होकर ही रहेगा उसे कोई टाल नहीं सकता है, नियति ने जो तय किया है वह होकर रहेगा. सीएम योगी नेत एक कार्यक्रम में सपा-बसपा के गठबंधन पर भी निशाना साधा.
बीजेपी अमित अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा. अमित शाह ने यह बात हैदराबाद में यह बात पार्टी के नेताओं के साथ एक बैठक में कही है.
अगले साल लोकसभा चुनाव है, इसलिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है. पूर्व बीजेपी सांसद व राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती ने सोमवार को कहा कि अब बिना अदालती फैसले के ही राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा. एक कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंच साझा करते हुए राम विलास वेदांती कहा कि 2019 से पहले बिना कोर्ट के आदेश के राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा, ठीक वैसे ही जैसे विवादित ढांचा ढहाया गया था.' कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालांकि कहा कि सरकार संवैधानिक मर्यादाओं से बंधी है और मंदिर निर्माण के लिये संत समाज को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा.