राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का कहना है कि राम मंदिर मसले को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सुप्रीम कोर्ट को डराने-धमकाने का काम कर रहा है, जो स्वास्थ लोकतंत्र के लिए घातक है. यह देश संविधान से चलेगा, किसी भी संगठन की मनमर्जी से नहीं. पार्टी ने यह प्रतिक्रिया संघ द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर की गई हालिया बयानबाजी पर दी. राकांपा ने संघ की बयानबाजी को स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घातक करार देते हुए उसे तुरंत रोके जाने की बात कही है.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज दिख रही है. कभी अध्यादेश लाने की मांग हो रही है तो कभी पर्सनल मेंबर बिल लाने की बात की जा रही है. मगर इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने संकेत दिया है कि दिवाली के बाद से राम मंदिर को लेकर काम शुरू हो जाएगा. बता दें कि शनिवार को सीएम योगी राजस्थान के बीकानेर में थे और इसी दौरान उन्होंने कहा कि दिवाली के बाद काम शुरू हो जाएगा.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत गर्म है. पिछले कुछ दिनों से राम मंदिर निर्माण को लेकर बयानबाजियों का दौर तेज हो गया है. इसी क्रम में इस बार केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए उनसे जो बन पड़ेगा वह करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण उनका सपना है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से यह मांग उठ रही है कि राम मंदिर बनाने के लिए सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए. हालांकि, यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीना है और जनवरी में इस पर सुनवाई होगी.
राम माधव ने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि राम मंदिर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में देरी हो रही है. इस मामले में देरी होने से हिंदू समुदाय बहुत चिंतित महसूस कर रहा है.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्ती चेलमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सकती है. उन्होंने कहा कि विधायी प्रक्रिया द्वारा अदालती फैसलों में अवरोध पैदा करने के उदाहरण पहले भी रहे हैं. न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक कानून बनाने की मांग संघ परिवार में बढ़ती जा रही है.
मुंबई से सटे उत्तन में चल रहे आरएसएस के तीन दिवसीय शिविर के समापन के मौके पर महासचिव भैया जोशी ने कहा है कि राम मंदिर को लेकर अगर आवश्यकता पड़ी तो 1992 जैसा आंदोलन करेंगे.
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनाव जीतने में भगवान मदद नहीं करते हैं, बल्कि चुनाव में वोट जनता को ही देना है. बता दें कि संघ की ओर से लगातार राम मंदिर पर बयान आ रहे हैं. वहीं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने भी राम मंदिर को लेकर कोर्ट की मंशा पर सवाल उठाया है और कहा है कि कोर्ट के पास राम मंदिर के लिए फुर्सत नहीं है.
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अलग-अलग राजनेताओं के बयानों में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की कवायद तेज होती दिख रही है. हालांकि, अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, मगर इस पर बीजेपी से उलट संघ काफी मुखर है. यही वजह है कि जो लोग संघ या बीजेपी से राम मंदिर निर्माण का सवाल पूछते हैं, संघ विचारक और राज्यसभा सांसद ने उन सभी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर वे प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे तो क्या उन्हें समर्थन मिलेगा? बता दें कि राम मंदिर पर बुधवार को संघ ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर कानून बनाना चाहिए ठीक उसी तरह जैसे सरदार वल्लभभाई पटेल ने गुजरात में सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था.
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश भर में मंदिरों का भ्रमण करने के बजाए अयोध्या में राम मंदिर के समर्थन में खुलकर सामने आने की चुनौती दी है. गिरीराज सिंह ने पटना में कहा कि राहुल में अगर हिम्मत है तो वह देश में मंदिरों का भ्रमण करने के बजाए अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के समर्थन में खुलकर सामने आएं.
अयोध्या मामले की सुनवाई अगले साल जनवरी तक टलने के बाद हरियाणा के मंत्री और बीजेपी (BJP) नेता अनिल विज (Anil Vij) ने सुप्रीम कोर्ट पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि न्यायालय मुंबई आतंकी हमले के दोषी याकूब मेमन की फांसी को टालने के अनुरोध पर देर रात भी सुनवाई कर सकता है.