अयोध्या में अब मंदिर के दावेदारों में तलवारें खिंच गई हैं. चूंकी अयोध्या विवाद में साल भर में फैसला आने की उम्मीद है, इसलिए अब मंदिर के दावेदारों में जमीन के स्वामित्व और मंदिर का पुजारी बनने की जंग शुरू हो गई है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा है कि देश में मौजूदा परिस्थितियां अयोध्या में राम मंदिर बनाने के अनुकूल हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इसके लिए थोड़ा धैर्य से काम लेने की जरूरत है.
1990 में कार सेवकों पर गोली चलाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है. राणा संग्राम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर 1990 में कार सेवकों पर गोली चलाने का आदेश देने को लेकर उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि महज किसी मौलवी के कहने से मस्जिदें किसी के हवाले नहीं जा सकतीं, क्योंकि इबादतगाह का मालिक अल्लाह है.
वर्ष 1990 में 6 दिसंबर को कारसेवा के दौरान बाबरी मस्जिद - राम जन्मभूमि स्थल पर स्थित विवादास्पद ढांचे को ढहाए जाने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई के लिए पहुंचे साक्षी महाराज ने कहा, "मैंने कोई अपराध नहीं किया है... मैंने कुछ गलत नहीं किया है... वस्तुत: मैं सौभाग्यशाली हूं... धरती की कोई ताकत अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण को नहीं रोक पाएगी..."
अयोध्या में राम मंदिर विवाद के समाधान के लिए बातचीत का रास्ता अपना जाने के सुप्रीम कोर्ट की सलाह का बीजेपी ने जहां स्वागत किया है, वहीं हैदराबाद से उनकी ही पार्टी के एक विधायक ने राम मंदिर के निर्माण का विरोध करने वालों का सिर काट लेने की खुली धमकी दी है.
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शनिवार को कहा कि यह उनकी आस्था का विषय है और इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़े तो जाएंगी. उमा भारती ने संवाददाताओं से कहा, ‘राम मंदिर मेरी आस्था का विषय है. मेरे विश्वास का विषय है. मुझे इस पर गर्व है. अगर जेल भी जाना पड़े तो जाउंगी, फांसी पर लटकना पड़े तो लटक जाउंगी.’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के मामले में आचार्यों की धर्म संसद जो तय करेगी, आरएसएस उस पर अमल करेगा.
शिवसेना ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा अब अयोध्या में विवादित राम मंदिर बनाने की अपनी योजनाओं पर आगे बढ़ सकती है, क्योंकि देश में अभी ऐसा सामाजिक-राजनीतिक माहौल है कि मुस्लिम भी पीएम मोदी का पक्ष लेंगे.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा है कि अब उत्तर प्रदेश और केंद्र, दोनों जगह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है, इसलिए अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा का कोई बहाना अब चलने वाला नहीं है. इसलिए भाजपा जल्द ही मंदिर निर्माण की तारीख घोषित करे.