अयोध्या में जहां रामलला मंदिर निर्माण की बाट जोह रहे हैं, वहीं रायपुर से 30 किलोमीटर दूर अपने ननिहाल में भगवान राम पिछले 21 वर्षों से ताले में बंद हैं. दरअसल दो परिवारों के बीच आधिपत्य को लेकर चल रही लड़ाई के कारण यहां भगवान राम के मंदिर में ताला लगा हुआ है. दक्षिण कोसल की राजधानी आरंग के समीप लगभग चार हजार की आबादी वाले गांव चंदखुरी को अयोध्या के राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या का जन्मस्थल माना जाता है. एक समय 126 तालाब वाले इस गांव में जलसेन नामक जलाशय के मध्य टापू में कौशल्या माता का मंदिर है, जहां कौशल्या की गोद में भगवान राम विराजमान हैं. विश्व में कौशल्या माता का यह एकमात्र मंदिर है.
विश्व हिंदू परिषद( विहिप) के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने के लिए कानून नहीं बनाने को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर आज गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मिलने का समय है लेकिन अपने बचपन के मित्र( तोगड़िया) से मिलने का नहीं.
अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद सुप्रीम कोर्ट में सुना जा रहा है. सभी को फैसले का इंतजार और कई संगठन से लेकर राजनीतिक लोग इसके समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के नेताओं की ओर से अकसर इस मुद्दे पर विवादित बयान आते रहे हैं. लेकिन बयान अगर सरकार के मंत्री की ओर से आए तो मामला गंभीर हो जाता है.
धार्मिक संगठन ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सभी पक्षों में आपसी सहमति बनाकर सुलझा लिया जाएगा और मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश के एक सीनियर आईपीएस अधिकारी राम मंदिर निर्माण की शपथ को लेकर विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. प्रदेश के महानिदेशक (होमगार्डस) सूर्य कुमार शुक्ला द्वारा एक कार्यक्रम में राम मंदिर निर्माण की कथित रूप से ‘शपथ’ लिये जाने का वीडियो वायरल हो गया है. लखनऊ विश्वविद्यालय में दो दिन पहले आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सूर्य कुमार शुक्ला ने शिरकत की थी. इस कार्यक्रम के एक वीडियो में मंच पर मौजूद लोग हाथ उठाकर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराने का संकल्प लेते हुए दिख रहे हैं. उनमें शुक्ला भी शामिल हैं.
कौन मंदिर बनवाना चाहता है? कौन इसका प्रयोग वोट के लिए करना चाहता है? किस कौम का कौन भरोसेमंद है? कौन सी कौम का विश्वास जीता जाए? एक जमीनी विवाद है या हमारी आस्था का सवाल है? जवाब का इंतजार अभी लंबा रहेगा.
अयोध्या में अब मंदिर के दावेदारों में तलवारें खिंच गई हैं. चूंकी अयोध्या विवाद में साल भर में फैसला आने की उम्मीद है, इसलिए अब मंदिर के दावेदारों में जमीन के स्वामित्व और मंदिर का पुजारी बनने की जंग शुरू हो गई है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा है कि देश में मौजूदा परिस्थितियां अयोध्या में राम मंदिर बनाने के अनुकूल हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इसके लिए थोड़ा धैर्य से काम लेने की जरूरत है.
1990 में कार सेवकों पर गोली चलाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है. राणा संग्राम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर 1990 में कार सेवकों पर गोली चलाने का आदेश देने को लेकर उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि महज किसी मौलवी के कहने से मस्जिदें किसी के हवाले नहीं जा सकतीं, क्योंकि इबादतगाह का मालिक अल्लाह है.