अमेरिका में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेट में बहुमत बरकरार रखेगी क्योंकि उसके दो उम्मीदवारों के रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ जीत दर्ज करने का अनुमान है. नेवाडा में सीनेटर कैथरीन कोर्टेज मैस्टो के अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी एडम लैक्सेट को हराने की उम्मीद है, जिन्हें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन हासिल था. वहीं एरिजोना में भी सीनेटर मार्क केली रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार ब्लैक मास्टर्स को हराने की ओर बढ़ रहे हैं.
इन परिणामों के बाद 100 सदस्यीय सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 50 सीटें होंगी, जबकि रिपब्लिकन पार्टी के पास वर्तमान में 49 सीटें हैं. जॉर्जिया के चुनाव परिणाम अभी नहीं आए हैं. अमेरिकी सीनेट में 100 सीटें हैं, जिनमें से डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी के 50-50 सदस्य थे. मुकाबला बराबर रहने पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस सीनेट की प्रमुख की हैसियत से अपना वोट डालती थीं.
इससे पहले सीनेट के नेता सदन चक शूमर ने शनिवार रात जीत हासिल करने का दावा किया. उन्होंने ट्वीट किया, “सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत.” अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के दो सदनों सीनेट और प्रतिनिधि सभा के लिए आठ नवंबर को मतदान हुआ था. वहीं, प्रतिनिधि सभा की बात करें तो शनिवार तक रिपब्लिकन पार्टी 213 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी थी या फिर आगे चल रही थी. डेमोक्रेटिक पार्टी 203 सीटों पर आगे थी या जीत हासिल कर चुकी थी. इस बीच, डेमोक्रेटिक पार्टी के सिस्को एग्वीलर को नेवाडा का ‘सेक्रेटरी ऑफ स्टेट' चुन लिया गया है. उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी उम्मीदवार जिम मर्चेंट को हराया.
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USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
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Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
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अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
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