
Net worth of Donald Trump: अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है. 2020 के चुनाव में उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हरा दिया था. ट्रंप ने उस हार को पहले स्वीकार नहीं किया था और उनके समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए थे और विरोध प्रदर्शन किया गया था. ट्रंप कोर्ट गए और कोर्ट ने उनकी दलीलों को खारिज कर दिया. बाइडेन के चार साल अब पूरे होने को है और देश का अलगा राष्ट्रपति कौन होगा इसके लिए लोगों ने अपना मत देकर बता दिया है. ट्रंप राजनीति में आने से पहले ही देश के अरबपतियों की सूची में अपनी जगह बना चुके थे. अब जब ट्रंप एक बार फिर व्हाइट हाउस में जा रहे हैं तो देखना जरूरी हो जाता है कि ट्रंप के पास फिलहाल कितनी संपत्ति है.
रीयल एस्टेट कंपनी और गोल्फ कोर्स आदि के मालिक
अमेरिकी मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प भले ही गोल्फ कोर्स से लेकर होटलों तक अपनी रियल एस्टेट होल्डिंग्स के माध्यम से अमेरिका के सबसे अमीर लोगों की श्रेणी में शामिल हैं, लेकिन उनकी नई कंपनी ट्रम्प मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप में उनकी हिस्सेदारी के कारण इस साल उनकी कुल संपत्ति दोगुनी से भी अधिक बढ़कर 5.5 बिलियन डॉलर हो गई है.
ट्रंप ने बनाई मीडिया कंपनी
ट्रंप की इस कंपनी के लिए 2024 का साल बहुत अच्छा नहीं रहा. मार्च में सार्वजनिक होने के बाद से ट्रम्प की इस मीडिया कंपनी के बाजार मूल्य में शुरुआती उछाल से पूर्व राष्ट्रपति की 57% हिस्सेदारी $5.2 बिलियन हो गई, लेकिन सितंबर में यह स्टॉक $11.75 के निचले स्तर पर पहुंच गया और ट्रंप की हिस्सेदारी की वैल्यू गिरकर $1.4 बिलियन हो गई.
कमला हैरिस से तुलना
फोर्ब्स के एक अनुमान के अनुसार, ट्रम्प की संपत्ति उनके प्रतिद्वंद्वी रहीं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की तुलना में काफी अधिक है. हैरिस की अपने पति डगलस एम्हॉफ के साथ लगभग 8 मिलियन डॉलर की संपत्ति है. हैरिस की संपत्ति उनकी दशकों की सार्वजनिक सेवा, किताबों की रॉयल्टी और निवेश से बनी है.
ट्रम्प का मूल काम रियल एस्टेट से जुड़ा रहा है. उनके पास न्यूयॉर्क शहर में आवासीय भवनों से लेकर दुनिया भर में गोल्फ कोर्स और होटलों का कारोबार है.
पिता से लोन लेकर शुरू किया काम
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, ट्रम्प ने अपने पिता फ्रेड ट्रम्प के लिए काम करना शुरू किया था, जो न्यूयॉर्क शहर के रियल एस्टेट डेवलपर थे. उन्होंने क्वींस और ब्रुकलिन में 27,000 से अधिक अपार्टमेंट और रो हाउस बनाए. ट्रम्प का दावा है कि उनके पिता के 1 मिलियन डॉलर के ऋण ने उन्हें अपना खुद का व्यवसाय खड़ा करने में मदद की. इसमें अब फ्लोरिडा में मार-ए-लागो क्लब और मैनहट्टन में ट्रम्प टॉवर जैसी होल्डिंग्स शामिल हैं.
ब्लूमबर्ग न्यूज़ के अनुसार, उनकी सबसे बड़ी संपत्तियों में से एक मैनहट्टन में एक कार्यालय भवन है. 1290 एवेन्यू ऑफ़ द अमेरिकाज़ में उनकी $500 मिलियन की हिस्सेदारी है, जबकि उनके ट्रम्प नेशनल डोरल मियामी गोल्फ रिज़ॉर्ट की कीमत लगभग $300 मिलियन है.
क्रिप्टो, एनएफटी और बाइबिल से ट्रंप की कमाई
अगस्त के फाइनेंशियल डिस्क्लोजर फॉर्म से पता चलता है कि ट्रम्प को क्रिप्टोकरेंसी और नॉन-फंजीबल टोकन या एनएफटी सहित डिजिटल संपत्तियों से भी वित्तीय लाभ मिला है. ट्रम्प ने खुलासा किया कि उन्होंने एनएफटी लाइसेंसिंग सौदे में 7.2 मिलियन डॉलर कमाए, जबकि उन्होंने "वर्चुअल एथेरियम की" में भी 5 मिलियन डॉलर लगाए हैं.
ट्रम्प ने गायक ली ग्रीनवुड के साथ साझेदारी में $59.99 की जिस बाइबिल का समर्थन किया था, उससे उन्हें $300,000 की रॉयल्टी मिली, जबकि उन्होंने "लेटर्स टू ट्रम्प" के लिए $4.5 मिलियन की बुकिंग की, जो ओपरा विन्फ्रे जैसी मशहूर हस्तियों द्वारा ट्रम्प को वर्षों से भेजे गए पत्रों का 2023 संग्रह था.
रॉयल्टी और पेंशन से कमाई
फाइलनेंशियल डिस्क्लोजर फॉर्म से यह भी पता चलता है कि ट्रम्प रियलिटी शो "द अपरेंटिस" और उनकी 1987 की पुस्तक "द आर्ट ऑफ द डील" से पैसा कमाना जारी रखे हुए हैं. उन्हें स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड से सालाना 90,000 डॉलर से अधिक की पेंशन मिलती है.
फॉर्म के अनुसार, क्रिप्टो और एनएफटी में निवेश के बावजूद, ट्रम्प का निवेश बड़े पैमाने पर अमेरिकी ट्रेजरी सहित स्टॉक, इंडेक्स फंड और बॉन्ड में है. उनके पास कम से कम $100,000 की सोने की ईंटें भी हैं.
कुल मिलाकर ट्रंप के पास अक्तूबर 2024 तक करीब 6.6 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति है. यह आंकड़ा फोर्ब्स ने जारी किया है. वहीं ब्लूमबर्ग के अनुसार यह आंकड़ा 7.07 बिलियन डॉलर है.
ममदानी से मुलाकात के पहले ही ट्रंप के बिगड़े बोल, न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर पर फिर की बयानबाजी
Edited by: Ashutosh Kumar Singhवर्ल्ड इकोनॉमी को AI करेगी ड्राइव, अमेरिकी कंपनियां अरबों डॉलर कर रही इन्वेस्ट: NDTV से बोले रुचिर शर्मा
Edited by: प्रभांशु रंजनदम आलू, चिली चिकन और चाय… न्यूयॉर्क के ‘देसी’ मेयर बनने के बाद ममदानी का स्पेशल लंच, शेयर की तस्वीर
Edited by: Ashutosh Kumar SinghDonald Trump- Zohran Mamdani Meeting: डोनाल्ड ट्रंप ने महीनों तक जोहरान ममदानी की आलोचना की है, उन्हें "कम्युनिस्ट पागल" करार दिया है और भविष्यवाणी की कि अगर डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी ने मेयर चुनाव जीता तो न्यूयॉर्क बर्बाद हो जाएगा.
NDTV के एडिटर इन चीफ राहुल कंवल के 'Walk The Talk' प्रोग्राम में ग्लोबल इंवेस्टर और लेखक रुचिर शर्मा ने लंबी बातचीत की है. उन्होंने बताया कि AI के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश आ रहा है. आने वाले समय में वर्ल्ड इकोनॉमी को एआई ड्राइव करेगी.
जोहरान ममदानी की पहली विक्ट्री स्पीच में भी उनकी भारतीय जड़ें नजर आईं, जिसमें उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध ‘ट्रस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण का हवाला दिया. जब मंच से उतरे तो ‘धूम मचा ले’ गाना बैकग्राउंड में बज रहा था.
1964 में हैदराबाद में जिया हाशमी और तनवीर हाशमी के घर गजाला का जन्म हुआ था. शुरुआती कुछ साल गजाला अपने नाना के घर मालकपेट में रहीं. गजाला जब सिर्फ 4 साल की थी, तभी अपने बड़े भाई के साथ अमेरिका आ गई थीं.
NYC Mayor Election Zohran Mamdani: अमेरिका में भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर का चुनाव जीत लिया है, जिसके बाद उनकी हर तरफ चर्चा हो रही है. ऐसे में जानते हैं कि अमेरिका में ये चुनाव कैसे होते हैं.
Zohran Mamdani Wife Rama Duwaji: न्यूयॉर्क मेयर पर जोहरान ममदानी की जीत के पीछे उनकी पत्नी रामा दुवाजी की भी अहम भूमिका बताई जा रही है. डिजिटल मीडिया एक्सपर्ट ने पति के कंपेन में बड़ा योगदान दिया.
Zohran Mamdani vs Donald Trump: न्यूयॉर्क के नए मेयर जोहरान ममदानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को सीधे चुनौती दी है.
US Election Results: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप को तगड़ा झटका लगा है. ट्रंप की लाख कोशिशों के बावजूद जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर का चुनाव जीत लिया है. वर्जीनिया और न्यू जर्सी में भी उन्हें झटका लगा.
जोहरान ममदानी सात साल की उम्र में न्यूयॉर्क शहर आ गए थे. उनके पिता महमूद ममदानी युगांडा के फेमस लेखक हैं और भारतीय मूल के मार्क्सवादी विद्वान हैं. उनकी मां मीरा नायर एक पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी फिल्म मेकर हैं.
बिहार-यूपी के गांवों से निकलकर आज अपनी वैश्विक पहचान बना चुके छठ पर्व की भावना और बिहार विधानसभा चुनाव पर रंधीर कुमार गौतम और केयूर पाठक की टिप्पणी.

