डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव धोखाधड़ी का मुकदमा अक्टूबर में शुरू नहीं होगा. रायटर्स के अनुसार, मामले से जुड़े एक न्यायाधीश ने बृहस्पतिवार को एक फैसले में कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर मुकदमा चलाने की अनुमति उनके दो पूर्व वकीलों के बाद दी जाएगी. वाशिंगटन 2020 की चुनावी हार को पलटने की कोशिश के आरोप में ट्रंप पर यह मुकदमा चल रहा है.
फुल्टन काउंटी सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश स्कॉट मैकेफी ने ट्रंप के पूर्व वकील केनेथ चेसेब्रो और सिडनी पॉवेल के मुकदमे को डोनाल्ड ट्रंप और अन्य 16 सह-आरोपियों से अलग करने पर कानूनी मुद्दों का हवाला दिया. 2024 में राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए रिपब्लिकन पार्टी में सबसे आगे चल रहे ट्रंप के लिए मुकदमे की तारीख अभी तक तय नहीं है. न्यायाधीश ने संकेत दिया कि केस में अभी और परिवर्तन आ सकते हैं.
मैकेफी ने पहले संदेह जताया था कि सभी 19 आरोपियों पर एक साथ मुकदमा चलाया जा सकता है. ट्रंप पर अगस्त में एक अभियोग में आरोप लगाया गया था कि उन्होंने और उनके सह-आरोपियों ने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन से अपनी हार को पलटने के लिए जॉर्जिया के चुनाव अधिकारियों पर दबाव बनाने की साजिश रची थी. मामले पर ट्रंप और अन्य आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया है. पॉवेल और चेसेब्रो पर ट्रंप की चुनावी हार को पलटने के प्रयासों में मदद करने का आरोप है. इन दोनों ने पहले त्वरित सुनवाई की मांग की थी, जो 23 अक्टूबर से शुरू होने वाली है.
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.