अमेरिका (US Elections 2020) में डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) ने शुक्रवार को कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो वह ये अनिवार्य करेंगे कि हर अमेरिकी नागरिक को कोरोनावायरस (Coronavirus) की वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी. उनका यह कदम कोरोना से निपटने की दिशा में राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा होगा.
बाइडेन ने एक जनसभा में कोरोना से निपटने को लेकर कहा, 'जब एक बार हमारे पास सुरक्षित और कारगर वैक्सीन आ जाए, तो ये हर किसी के लिए मुफ्त होगी, चाहें आपका बीमा हो या नहीं.' उन्होंने कहा कि अगर वह चुने जाते हैं तो उनका सारा फोकस अमेरिका को इस महामारी से निजात दिलाने पर होगा.
अमेरिका चुनाव : प्रेसिडेंशियल डिबेट में बोले ट्रम्प- कुछ हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन की घोषणा
बता दें कि शुक्रवार को फाइनल प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने दावा किया कि अगले कुछ हफ्तों में कोरोना वैक्सीन की घोषणा कर दी जाएगी. अमेरिका में कोरोना से अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जो बाइडेन इस मुद्दे पर अपनी हर रैली में ट्रम्प सरकार पर हमला बोल रहे हैं.
जो देश अमेरिका के चुनाव में दखल देगा, उसे कीमत चुकानी होगी : जो बाइडेन
अमेरिका के पूर्व उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'कोरोना महामारी से जूझते हुए हमें 8 महीने से ज्यादा हो गए हैं और अब तक राष्ट्रपति (डोनाल्ड ट्रम्प) के पास इससे निपटने का कोई प्लान नहीं है. वो हार मान चुके हैं.' बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए तीन नवंबर को वोटिंग होगी.
VIDEO: कोवैक्सीन पूरी तरह से भारतीय, शुरुआती ट्रायल में सुरक्षित पाई गई है : रणदीप गुलेरिया
अमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियाकनाडा के PM मार्क कार्नी रविवार को करेंगे बड़ा ऐलान, इसके पीछे की वजह भी जानिए
Edited by: श्वेता गुप्ताUSAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनडोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.