अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने रविवार को राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. बाइडेन ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है. इसके साथ ही उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के नए उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) का समर्थन किया है. बाइडेन का यह निर्णय पिछले महीने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद आया है, जिसके बाद से डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ नेता उन पर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से हटने का दबाव बना रहे थे. बाइडेन ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इसकी घोषणा की है.
बाइडेन ने कहा कि वो इस सप्ताह राष्ट्र को संबोधित करेंगे और जनवरी 2025 में अपना कार्यकाल समाप्त होने तक राष्ट्रपति और कमांडर-इन-चीफ के रूप में अपनी भूमिका निभाते रहेंगे.
— Joe Biden (@JoeBiden) July 21, 2024
जो बाइडेन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मेरा इरादा भी फिर से चुनाव लड़ने का रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि ये मेरी पार्टी और देश के सर्वोत्तम हित में है कि मैं आने वाला चुनाव ना लड़ूं और केवल राष्ट्रपति के रूप में अपने बचे कार्यकाल के लिए अपने कर्तव्यों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करूं."
81 साल के बाइडेन का यह फैसला अमेरिका में 5 नवंबर को होने वाले मतदान से चार महीने पहले आया है.
राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस का समर्थन
बाइडेन ने एक्स पर कमला हैरिस का समर्थन करते हुए कहा, "आज मैं कमला हैरिस को इस साल हमारी पार्टी का उम्मीदवार बनाने के लिए पूर्ण समर्थन देना चाहता हूं. डेमोक्रेट - अब एक साथ आने और ट्रंम्प को हराने का वक्त है."
बाइडेन के फिर से चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद अब उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए राष्ट्रपति पद की दौड़ का रास्ता साफ हो गया है, जो देश के इतिहास में ऐसा करने वाली पहली अश्वेत महिला हैं.
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि क्या डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता कमला हैरिस को चुनौती देंगे या पार्टी खुद नामांकन करने का विकल्प चुनेगी.
बाइनेड की तुलना में कमला हैरिस को हराना आसान : ट्रंप
जून के अंत में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी और देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से प्रेसिडेंशियल डिबेट में खराब प्रदर्शन के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पिछले कई हफ्तों से बाइडेन पर मुकाबले से हटने का दबाव बना रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया है.
बाइडेन के इस फैसले के बाद रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी आ गया है. ट्रंप ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि बाइडेन की तुलना में कमला हैरिस को हराना ज्यादा आसान होगा.
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चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.