अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सबसे बड़ी पोती काई मैडिसन ट्रंप रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (आर.एन.सी) में उपस्थित हुईं. काई ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "मैं आर.एन.सी में बोलते हुए सम्मानित महसूस कर रही हूं." इस कन्वेंशन में उन्होंने अपने अपने निजी जीवन के बारे में बात की.
"दादाजी, आप वाकई प्रेरणास्रोत"
हजारों प्रतिनिधियों के सामने काई ट्रंप का भाषण मुख्य रूप से पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनके व्यक्तिगत संबंधों पर केंद्रित था. काई ट्रंप ने कहा कि मेरे लिए, वह सिर्फ एक सामान्य दादाजी हैं. जब हमारे माता-पिता नहीं होते तो वह हमें कैंडी और सोडा देता है. वह हमेशा जानना चाहते हैं कि हम स्कूल में क्या कर रहे हैं. दादाजी, आप वाकई प्रेरणास्रोत हैं.
उन्होंने गोल्फ खेलने के बारे में भी बताया, यह शौक उनका अपने दादाजी से है. दो साल पहले, उन्होंने फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में ट्रंप के गोल्फ रिसॉर्ट में आयोजित महिला क्लब गोल्फ चैंपियनशिप जीती थी. शनिवार को उनकी हत्या के प्रयास के बाद, उन्होंने एक पोस्ट में कहा, "दादाजी, हम आपसे प्यार करते हैं."
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक एक्स पोस्ट में कहा, "एक दादा के रूप में, मुझे अपनी पोती काई द्वारा किए गए अद्भुत काम पर अधिक गर्व नहीं हो सकता. वह सोमवार की सुबह मेरे पास पहुंची और बस इतना कहा कि उसे बहुत महसूस हो रहा है कि वह आरएनसी में अपने दादाजी के बारे में बात करना चाहती है और उसने यह कर दिखाया!."
ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले पर क्या बोलीं काई
काई ट्रंप ने हाल ही में पेंसिल्वेनिया रैली में ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बारे में भी बात की. उन्होंने इस खबर को सुनकर अपनी हैरानी और चिंता जाहिर की. उन्होंने गोलीबारी और चल रही कानूनी लड़ाइयों के बावजूद दृढ़ बने रहने के लिए ट्रंप की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, "बहुत से लोगों ने मेरे दादाजी को बहुत तकलीफ दी है.
दादा की तरह ही गोल्फ़ खेलना पसंद
डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और वैनेसा ट्रंप की बेटी काई को अपने दादा की तरह ही गोल्फ़ खेलना पसंद है. वह अक्सर इंस्टाग्राम पर गोल्फ़ खेलते हुए अपनी तस्वीरें शेयर करती हैं. अपने पिता के साथ अपने दादा की उम्मीदवारी का समर्थन करते हुए काई ने ट्रंप परिवार की गहरी राजनीतिक भागीदारी को प्रदर्शित किया.
कौन है काई ट्रंप?
12 मई 2007 को जन्मी काई डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और वैनेसा ट्रम्प की बेटी हैं, जिनका 2018 में तलाक हो गया था. वह डोनाल्ड ट्रम्प के दस पोते-पोतियों में सबसे बड़ी हैं और छोटी उम्र से ही लोगों की नज़रों में रही हैं, अपने दादा के उद्घाटन और व्हाइट हाउस ईस्टर एग रोल जैसे हाई-प्रोफाइल कार्यक्रमों में भाग लेती रही हैं.
अमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियाकनाडा के PM मार्क कार्नी रविवार को करेंगे बड़ा ऐलान, इसके पीछे की वजह भी जानिए
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.