अमेरिका के अगले उप-राष्ट्रपति की दौड़ में शामिल भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक नॉमिनी कमला हैरिस के लिए भारत में भी उत्साह दिख रहा है. उनकी मां भारतीय मूल की थीं और उनके परिवार का संबंध चेन्नई से है. उनकी भांजी मीना हैरिस ने रविवार को एक पोस्टर शेयर किया है. उन्होंने बताया कि यह फोटो उन्हें तमिलनाडु से भेजी गई है. चेन्नई शहर में लगे इस पोस्टर में कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस की तस्वीरें हैं और इसमें तमिल में लिखा हुआ है- 'पीवी गोपालन की नातिन विजयी है'.
मीना हैरिस ने यह पोस्टर शेयर कर बताया, 'मुझे यह पोस्टर तमिलनाडु से भेजी गई थी, जहां से हमारा भारतीय परिवार आता है. मुझे अपने परनाना याद हैं, जब मैं छोटी थी, तो हम फैमिली ट्रिप पर चेन्नई जाते थे- मेरी नानी के लिए मेरे परनाना आदर्श जैसे थे और मुझे पता है कि वो दोनों साथ में कहीं मुस्कुरा रहे होंगे.'
नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने कमला हैरिस को अपने उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना है. अगर हैरिस चुनाव जीत जाती हैं तो ऐसा पहली बार होगा, जब अमेरिका में कोई महिला उप-राष्ट्रपति के पद पर बैठेगी.
यह भी पढ़ें: अपनी भारतीय विरासत पर गर्व है : अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस
बता दें कि कमला हैरिस के पिता हैरिस के पिता जमैका के मूल निवासी हैं और उनकी मां श्यामा गोपालन भारतीय हैं. हैरिस की मां श्यामला स्तन कैंसर विशेषज्ञ थीं. वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले में डॉक्टरेट करने के लिए 1960 में तमिलनाडु से अमेरिका आ गई थीं. उनके पिता डोनाल्ड जे हैरिस स्टैनफोर्ड विश्ववविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं. वह अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने जमैका से अमेरिका पहुंचे थे.
श्यामला गोपालन पीवी गोपालन की बेटी थी, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा में उच्च अधिकारी थे. शनिवार को कमला हैरिस ने एक कार्यक्रम में अपने नाना को याद करते हुए बताया था कि वो जब भी भारत आती थीं, अपने नाना के साथ लंबी पैदल सैर पर जाया करती थीं. उन्होंने बताया कि उनके नाना उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बारे में बताया करते थे. उन्होंने कहा कि उनके नाना कहा करते थे कि 'यह हमारा कर्तव्य है कि उन्होंने अपना काम जहां खत्म किया, हम वहां से शुरू करें. इसलिए आज मैं जहां हूं वहां हूं.'
Video: रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या कमला हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति बन जाएंगी?
क्या दो Voter ID होना गुनाह? कितनी सजा और जुर्माना, कैसे कराएं घर बैठे कैंसल
Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदीबेहतर क्या है, हाथ से खाना या कांटा छुरी से? ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाने पर विवाद
Written by: अपूर्व कृष्णअमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताVoter ID Card: किसी भी भारतीय के पास दो मतदाता पहचान पत्र होना गलत है. पैन कार्ड या आधार कार्ड जैसे दस्तावेजों की तरह तो ईपीआईसी वाले वोटर आईडी कार्ड रखना भी मुसीबत की वजह बन सकता है.
न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाना खाने पर विवाद हो गया है. भारतीय मूल के ममदानी के हाथ से चावल खाने के एक वीडियो को लेकर यह विवाद पैदा हुआ. रिपब्लिकन नेता ब्रैंडन गिल ने इस तरह से खाने को असभ्य बताया है.
अमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.