अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऐतिहासिक चुनावों पर अफगानिस्तान के लोगों को बधाई दी है, जिसमें उन्होंने युद्ध से तबाह हो चुके देश में सत्ता के पहले लोकतांत्रिक हस्तांतरण को आगे बढ़ाने के लिए मदद का वादा किया है।
ओबामा ने एक बयान में शनिवार को कहा, अमेरिकी लोगों की ओर से मैं करोड़ों अफगान लोगों को बधाई देता हूं, जिन्होंने ऐतिहासिक चुनावों में उत्साह से हिस्सा लिया। अफगानिस्तान के इतिहास में सत्ता के पहले लोकतांत्रिक हस्तांतरण को आगे बढ़ाने का वादा करते हैं।
ओबामा ने कहा, चुनाव अफगान नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो अपने देश की पूरी जिम्मदारी ले रहे हैं, क्योंकि अमेरिका और हमारे सहयोगी अपने सैन्य बलों को हटा रहे हैं।
तालिबान की धमकी को नजरंदाज करते हुए अफगान नागरिकों के अपने मताधिकार का प्रयोग करने के एक दिन बाद ओबामा ने मतदान के लिए वहां के नागरिकों, सुरक्षा बलों और चुनाव अधिकारियों की सराहना की। ओबामा ने कहा, ये चुनाव अफगानिस्तान का लोकतांत्रिक भविष्य सुनिश्चित करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय समर्थन जारी रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.