US President Election 2020 : अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव अभी 12 दिन दूर (3 नवंबर) है, लेकिन मतदान तिथि के पहले ही चार करोड़ 21 लाख से ज्यादा लोग वोट डाल चुके हैं. यह आंकड़ा पिछले चुनाव से करीब दोगुना है. चुनाव में रिपब्लिकन प्रत्याशी और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) के बीच सीधी टक्कर है.
अमेरिकी नागरिकों ने अर्ली वोटिंग (Early Voting) और पोस्टल बैलेट (Mail In Voting) के जरिये ये रिकॉर्ड मतदान किया है. अगर करीब कुल 24 करोड़ मतदाताओं के हिसाब से आकलन करें तो 16 फीसदी अमेरिकी जनता अपना वोट दे चुकी है. अमेरिकी चुनाव निगरानी संस्था यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट के अनुसार, बुधवार रात तक 4 करोड़ 21 लाख 43 हजार 836 नागरिक वोट कर चुके थे. बाकी 12 दिनों में यह तादाद सात करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जो कुल वोटरों के 30 फीसदी से ज्यादा होगा. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, फ्लोरिडा (Florida) यूनिवर्सिटी में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर मैकडोनाल्ड ने कहा कि इस सुविधा ने चुनाव प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है औऱ चुनाव के दिन सोशल डिस्टेंसिंग में ज्यादा मुश्किलें नहीं आएंगी.
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टेक्सास में रिकॉर्ड 53 लाख डाल चुके वोट
भारतीयों की बड़ी आबादी वाले टेक्सास (Texas) राज्य में तो 53 लाख लोग वोट डाल चुके हैं. राज्य की 1.84 करोड़ आबादी का यह करीब 30 फीसदी है. चार साल पहले 2016 के चुनाव में तो ट्रंप को यहां से 47 लाख वोट मिले थे. टेक्सास में करीब एक लाख 60 हजार भारतीय मूल के वोटर हैं.
पहले वोट डालने वालों में डेमोक्रेट आगे
जिन लोगों ने अर्ली वोटिंग के लिए पंजीकरण कराया है, इसमें 52 फीसदी डेमोक्रेट, 26 फीसदी रिपब्लिकन (Republican) और 21 फीसदी किसी पार्टी से संबद्धता नहीं रखने वाले हैं. एबीसी-वाशिंगटन पोस्ट के पोल के मुताबिक, चुनाव के दिन वोट करने वालों में ट्रंप (Donald Trump) के समर्थक बाइडेन (Joe Biden) से 19 फीसदी ज्यादा हैं. जबकि चुनाव पूर्व मतदान करने वालों में 67 फीसदी बाइडेन और 31 फीसदी ट्रंप का पक्ष लेते दिख रहे हैं.
मतदान का रिकॉर्ड टूटेगा
अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 13.9 करोड़ लोगों ने वोट डाला था. अर्ली वोटिंग का रुझान देखते हुए ऐसा लग रहा है कि इस बार भी यह रिकॉर्ड टूट जाएगा. फ्लोरिडा में 37 लाख, उत्तरी कैरोलिना में 22 लाख, जॉर्जिया में 19 लाख और मिशिगन में 16 लाख वोटर अपना वोट डाल चुके हैं. रिपब्लिकन प्रत्याशी और डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पोस्टल बैलेट में धोखाधड़ी की आशंका जताए जाने के कारण पार्टी समर्थक अर्ली वोटिंग में उत्साह नहीं दिखा रहे. अर्ली वोटिंग के लिए लोग 10-11 घंटे भी लाइन में लग रहे हैं.
युवा वोटर ओबामा के दौर से आगे रहेंगे
बैलेटपीडिया के अनुसार, अर्ली वोटिंग और पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल करने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा है. उनके उत्साह को देखते हुए लग रहा है कि 2008 में बराक ओबामा (Barack Obama) के चुनाव के दौरान हुए युवा वोटरों के मतदान का रिकॉर्ड इस बार टूट जाएगा.
सितंबर से शुरू हो गया था मतदान
कुछ राज्यों में तो अर्ली वोटिंग सितंबर से शुरू हो गई थी. 3 नवंबर यानी चुनाव के दिन तक पोस्ट किए गए पोस्टल बैलेट (मेल इन बैलेट) को भी स्वीकार किया जाएगा. पोस्टल बैलेट को चुनावी वेबसाइट पर अपडेट किया जाता है, इससे आप पता लगा सकते हैं कि डाक द्वारा आपका मतपत्र चुनाव अधिकारियों तक पहुंचा या नहीं. मेल इन बैलेट की बड़ी तादाद को देखते हुए इस बार चुनाव परिणाम में भी देरी के आसार हैं.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
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एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
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