अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन से पहले निक्की हेली (Donald Trump Nikki Haley) को उनके ही गृह राज्य में करारा झटका लगा है. डोनाल्ड ट्रंप ने निक्की हेली को साउथ कैरोलिना रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव में हरा दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने यहां पर जीत हासिल की है. निक्की हेली के लिए ये किसी काररे झटके से कम नहीं है. ट्रंप अब तक पहले चार प्रमुख नामांकन प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर चुके हैं. निक्की हेली UN में कभी ट्रंप की विशेष दूत रहीं थीं, अब उनके घर में ही उनको कारारी शिकस्त झेलनी पड़ी है.
निक्की हेली बार-बार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मानसिक फिटनेस पर सवाल उठाती रही हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ट्रंप के एक बार फिर से राष्ट्रपति बने तो "अराजकता" आएगी. बता दें कि साउथ कैरोलिना में ट्रंप और निक्की हेली के बीच जीत का अंतर तुरंत साफ नहीं हुआ था, लेकिन यह बहुत ही अहम होने की उम्मीद थी, लेकिन मतदान खत्म होने के कुछ ही सेकंड के भीतर ऐलान कर दिया गया.
निक्की हेली साल 2010 में दक्षिण कैरोलिना की लोकप्रिय गवर्नर और रिपब्लिकन प्रतियोगिता में प्रवेश करने वाली एकमात्र महिला थीं. वह अब उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करना चाहती थीं, लेकिन ट्रंप के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. ट्रंप ने पहले आयोवा को 30 अंकों और न्यू हैम्पशायर को 10 अंकों से जीत हासिल हासिल की, जबकि नेवादा में एक विवाद की वजह से ट्रंप आधिकारिक प्रतियोगिता में निर्विरोध चल रहे थे.
दक्षिण कैरोलिना में ट्रंप की जीत का अंतर हमेशा मुख्य सवाल था. विश्लेषकों का तर्क था कि निक्की हेली 15 अंक या उससे कम के अंतर को कम करने में कामयाब रहीं. हालांकि ट्रंप के सहयोगियों ने साफ कर दिया है कि जुलाई में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन से बहुत पहले हेली को वह बाहर कर देंगे.
निक्की हेली ने भले ही साउथ कैरोलिना रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा हो लेकर उन्होंने इसकी परवाह न करते हुए आगे बढ़ने की बात कही. निक्की ने कहा कि 5 मार्च से पहले वह पूरे देश में अपने अभियान की शुरुआत करेंगे. 27 फरवरी को हेली मिशिगन में एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगी.
ट्रंप ने शनिवार को साफ कर दिया कि वह निक्की हेली से आगे बढ़कर नवंबर में बाइडेन के खिलाफ संभावित मुकाबले पर विचार कर रहे हैं. हालांकि कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के सम्मेलन के समापन पर मतदान केंद्रों से पहले ट्रंप ने हेली से ज्यादा बाइडेन पर निशाना साधा. वहीं ट्रंप पर टिप्पणी के मामले में निक्की हेली भी पीछे नहीं हैं. उन्होंने कहा था कि ट्पं अगर राषअट्रपति बने तो वह पहले ही दिन घोटाले में फंस जाएंगे.
अमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियाकनाडा के PM मार्क कार्नी रविवार को करेंगे बड़ा ऐलान, इसके पीछे की वजह भी जानिए
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.