अमेरिका में जल्द ही राष्ट्रपति चुनाव (US President Election) होने को है. डोनाल्ड ट्रंप आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में नॉमिनेट हो गए हैं. अगर डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी सत्ता में आती है तो उप राष्ट्रपति कौन होगा, इससे भी पर्दा उठ गया है. ट्रंप (Donald Trump) ने अपने उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. रॉयटर्स के मुताबिक, ओहियो के सीनेटर जेडी वेंस (JD Vance) को ट्रंप ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है. जेडी वेंस आधिकारिक रूप से रिपब्लिकन पार्टी के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बन गए हैं. 39 साल के जेडी वेंस साल 2022 में सीनेटर चुने गए थे. खास बात यह है कि वह ट्रंप के कट्टर आलोचक रह चुके हैं. उन्होंने साल 2016 में ट्रंप की खूब आलोचना की थी लेकन इसके उलट अब वह उनके कट्टर समर्थकों में से एक है.
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चार दिन के रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की शुरुआत में पर्याप्त वोट हासिल कर जेडी वेंस को रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना, ये जानकारी ट्रंप की ट्रुथ सोशल मीडिया वेबसाइट से सामने आई है. बता दें कि जेडी वेंस साल 2016 में ‘हिलबिली एलेजी' के पब्लिश होने के बाद खूब चर्चा में रहे थे. उनको उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने का फायदा ट्रंप को जरूर मिलता दिख रहा है. माना जा रहा है कि 5 नवंबर को अमेरिका में होने वाले चुनाव के दौरान ज्यादा से ज्यादा ट्रंप समर्थकों के शामिल होने की संभावना है, क्यों कि जेडी वेंस काफी लोकप्रिय हैं.
माना जा रहा है कि एक कट्टर रूढ़िवादी के रूप में जेडी वेंस नए वोटर्स को ट्रंप से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाने की संभावना ज्यादा नजर नहीं आती है. कहा ये भी जा रहा है कि उनके आने से कुछ नरमपंथी भी रिपब्लिकन से अलग हो सकते हैं. वेंस के नाम का ऐलान 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली में ट्रंप पर हमले के बाद किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने वेंस के नाम का ऐलान अपने साथी के रूप में करने से पहले नॉर्थ डकोटा के गवर्नर और फ्लोरिडा के सीनेटर से उनके इस पद पर न होने की बात कही थी.
बता दें कि पूर्व वरिष्ठ सलाहकार स्टीव बैनन और ट्रंप के सबसे बड़े बेटे, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर समेत ट्रंप के कई हाई-प्रोफ़ाइल समर्थकों ने रिपब्लिकन पार्टी को ज्यादा व्यावहारिक विदेश नीति दृष्टिकोण अपनाने और व्यापार बाधाओं का समर्थन करने के लिए प्रेरित करने के लिए वेंस की तारीफ की है. अपनी टकरावपूर्ण सोशल मीडिया अपीरिएंस से वेंस ने ट्रंप समर्थकों को भी खुश कर दिया है.
39 साल के जेडी वेंस अमेरिकी चुनाव में युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करेंगे. वेंस के नाम के ऐलान से पहले उप राष्ट्रपति पद के दावेदारों में अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो और टिम स्कॉट और नॉर्थ डकोटा के गवर्नर डौग बर्गम समेत अन्य लोगों का नाम सामने आ रहा था, जिन पर अब विराम लग गया है. वेंस का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता. बाद में उन्होंने मरीन कॉर्प्स में सेवा दी और फिर येल लॉ स्कूल में स्कॉलरशिप हासिल की.
वह 2016 में "हिलबिली एलीगी" लिखकर खूब चर्चा में रहे. इस किताब में उन्होंने अपने गृहनगर के सामने आने वाली सामाजिक, आर्थिक समस्याओं और गरीबी का जिक्र किया. अपनी किताब में वेंस ने ग्रामीण अमेरिका में आत्म-विनाशकारी संस्कृति की भी आलोचना की और गरीब श्वेत अमेरिकियों के बीच ट्रंप की लोकप्रियता का भी मुद्दा उठाया था. वह ट्रंप को "बेवकूफ" और "अमेरिका का हिटलर" तक कह चुके हैं. अब वह ट्रंप की पार्टी की तरफ से उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार चुने गए हैं.
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.