अमेरिका में बीते शुक्रवार (28 जून) को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के साथ हुई बहस में राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के परफॉर्मेंस के बाद अब उनके रिप्लेसमेंट की मांग उठने लगी है. बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता मांग कर रहे हैं कि उन्हें राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ देनी चाहिए. वहीं, अमेरिकी पत्रकार में टकर कार्लसन ने दावा किया कि बाइडेन को डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) है, जो लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में बढ़ती उम्र को देखते हुए उन्हें राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. कार्लसन ने यह तक दावा किया कि डेमोक्रेटिक पार्टी जल्द ही बाइडेन की जगह उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris)को राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है.
टकर कार्लसन ने Sky News को दिए गए एक इंटरव्यू में ये बातें कही हैं. उन्होंने X पर भी पोस्ट में कहा, "मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि जो बाइडेन का काम हो गया. डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुत से प्रमुख नेताओं ने सुझाव दिया है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. उन्हें हटाना होगा, और वे ऐसा करेंगे. अगर कमला हैरिस उम्मीदवार बनती हैं, तो वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं."
कमला हैरिस की टीम ने मां को किया खारिज
इस बीच उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की टीम ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की जगह पर उनकी उम्मीदवारी की मांग खारिज कर दी है. CNN ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कमला हैरिस अभी बाइडेन के लिए कैंपेनिंग, जनादेश को बढ़ाने पर फोकस कर रही हैं.
बाइडेन की उम्मीदवारी पर क्यों उठ रहे सवाल?
28 जून को हुई पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान जो बाइडेन, रिपब्लिकन पार्टी के कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप के आगे कमजोर पड़ते दिखे. डिबेट के दौरान तमाम मुद्दों पर ट्रंप एग्रेसिव थे, लेकिन बाइडेन कई बार अटकते और सुस्त नजर आए. कई सर्वे में ट्रंप को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट का विनर बताया गया है. इसके बाद से जो बाइडेन की काबिलियत को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं की मांग बाइडेन छोड़ें उम्मीदवारी
वहीं, न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' ने प्रेसिडेंट कैंडिडेट को लेकर सर्वे कराया है. इस सर्वे के मुताबिक, डेमोक्रेटिक पार्टी के हर 3 में से 1 नेता का मानना है कि जो बाइडेन को इस हफ्ते राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लेना चाहिए. उनकी जगह कमला हैरिस को फ्रंट पर आकर प्रेसिडेंट का इलेक्शन लड़ना चाहिए.
प्रेसिडेंट इलेक्शन को लेकर बाइडेन ने क्या कहा?
BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डेमोक्रेट्स नेताओं ने जो बाइडेन को विचार करने के लिए छोड़ दिया है. इस बीच बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी छोड़ने से इनकार कर दिया है. बाइडेन ने कहा, "मैं डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार हूं. कोई मुझे नहीं हटा रहा है. मैं अपनी उम्मीदवारी नहीं छोड़ रहा हूं."
ट्रंप के साथ डिबेट में बाइडेन ने क्या किया था?
अमेरिकी मीडिया CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के साथ डिबेट में जो बाइडेन थके हुए से और बीमार लग रहे थे. उनकी आंखें सूजी हुई थी. स्टेज पर ट्रंप के साथ डिबेट करते वक्त उन्हें कई दफा नींद भी आई. इमिग्रेशन, यूक्रेन युद्ध, अफगानिस्तान, इजरायल-गाजा वॉर, टैक्स सिस्टम जैसे मुद्दों पर ट्रंप ने बेबाकी से अपनी राय रखी. उनके पास पॉइंट भी थे. दूसरी ओर, बाइडेन अच्छे से अपनी बात नहीं रख पाए.
डिबेट को लेकर बाइडेन ने दी क्या सफाई
डोनाल्ड ट्रंप से डिबेट हारने के बाद जो बाइडेन ने सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि वे डिबेट में अच्छा प्रदर्शन न करने के लिए सफाई नहीं देना चाहते हैं. सिर्फ वजह बता रहे हैं. बाइडेन ने कहा, "प्रेसिडेंशियल डिबेट से कुछ दिनों पहले तक मैं कई देशों के दौरे पर था. लगातार यात्रा की वजह से मैं थक गया था. इसलिए डिबेट में आने तक मैं थक चुका था."
जो बाइडेन को कौन-कौन सी बीमारी?
जो बाइडेन 81 साल के हैं. कुछ दिनों पहले व्हाइट हाउस की तरफ से एक बयान आया था, जिसमें बताया गया था कि बाइडेन कई सालों से एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इस बीमारी का नाम स्लीप एपनिया है. NHLBI के अनुसार, इस बीमारी में सोते समय कई बार सांस रुक जाती है. फिर वापस शुरू होती है. नींद के दौरान 10 सेकंड या उससे ज्यादा समय तक सांस रूक सकती है. दुनियाभर में करोड़ों लोग स्लीप एपनिया से जूझ रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 30 साल से लेकर 69 साल के लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित हैं. स्लीप एपनिया की वजह से ही बाइडेन कई मंचों पर झपकी लेते पाए गए थे. इसके वीडियो भी वायरल हुए थे. इसके साथ ही बाइडेन को बढ़ती उम्र की वजह से भूलने की बीमारी भी हो गई है.
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किसने ऑर्गनाइज की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट?
इस बार कमीशन ऑन प्रसेडेंशियल ने डिबेट आयोजित नहीं की. अटलांटा में मीडिया नेटवर्क CNN ने पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट को होस्ट किया. राष्ट्रपति चुनाव से पहले 10 सितंबर में दूसरी डिबेट होगी. दूसरी डिबेट को ABC मीडिया नेटवर्क होस्ट करेगा. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को होने हैं.
किन मुद्दों पर हुई डिबेट?
-पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट इजरायल-गाजा युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका के रुख पर बहस हुई.
-इसके साथ ही चीन के साथ बिजनेस रिलेशन और कॉम्पिटिशन पर भी सवाल-जवाब किए गए.
-क्लाइमेट चेंज और उसको रोकने की कोशिशों में अमेरिकी भागीदारी पर भी बात हुई. अबॉर्शन लॉ को लेकर भी ट्रंप-बाइडेन ने अपनी-अपनी राय रखी.
-इमिग्रेशन, इकोनॉमी और हेल्थ पॉलिसी पर भी डिबेट हुई.
-प्रेसिडेंशियल डिबेट में टैक्स सिस्टम, क्राइम रेट, गन कल्चर से जुड़े कानूनों पर भी बात की गई.
-यूएस डेमोक्रेसी को बचाए रखने के सवालों का भी जवाब दिया गया.
डिबेट के दौरान हुए निजी हमले
प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन ने एक दूसरे पर निजी हमले भी किए. बाइडेन ने कहा, "पत्नी प्रेग्नेंट थीं, आप पोर्न स्टार से संबंध बना रहे थे." ट्रंप ने जवाब दिया,"मैंने किसी पोर्न स्टार से संबंध नहीं बनाए हैं. इस मामले में जिन जजों ने सुनवाई की वे गलत थे."
डिबेट में राष्ट्रपति बाइडेन ने उस हश मनी मामले का भी जिक्र किया, जिसमें ट्रंप को न्यूयॉर्क की एक अदालत ने दोषी करार दिया है. ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने साल 2016 में एक स्कैंडल से बचने के लिए पूर्व पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के बदले मोटी रकम दी थी. बाइडेन ने कहा कि ट्रंप एक नैतिक व्यक्ति नहीं हैं, हालांकि ट्रंप ने बाइडेन के इस आरोप को खारिज कर दिया.
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