अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को अपने राष्ट्रपति चुनाव के प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प पर तीखे हमले के साथ अपने स्टेट ऑफ द यूनियन भाषण की शुरुआत की. इस दौरान बाइडेन ने चेतावनी दी कि अमेरिकी लोकतंत्र पर "हमला" हो रहा है. भाषण की नाटकीय शुरुआत में बाइडेन ने कहा कि वह "कांग्रेस को जगाना और अमेरिकी लोगों को खतरे के प्रति सचेत करना चाहते हैं." बिडेन ने कहा कि "स्वतंत्रता और लोकतंत्र" पर हमला हो रहा है.
स्टेट ऑफ द यूनियन भाषण में जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करते हुए कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र पर "हमला" हो रहा है. फिर ट्रम्प पर निशाना साधते हुए, उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने "झुक रहे हैं", और डेमोक्रेट्स के जयकारे लगाने की कसम खाई, लेकिन "मैं नहीं झुकूंगा."
राजनीतिक करियर के सबसे महत्वपूर्ण भाषणों में से एक में 81 वर्षीय डेमोक्रेट ने नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में खुद को अलोकतांत्रिक ट्रम्प के एकमात्र विकल्प के रूप में पेश करते हुए, अपनी उम्र के बारे में चिंता न करने को कहा. समर्थकों के उत्साहवर्धन और "चार और साल" के नारों के बीच वह कैपिटल के फ्लोर पर पहुंचे.
लेकिन बाइडेन के सामने मौजूद कई चुनौतियों में से एक (जिसमें डेमोक्रेटिक वामपंथी भी शामिल हैं) हमास पर इजरायल के युद्ध के लिए उनके समर्थन के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस से कांग्रेस तक मोटरसाइकिलों पर सवार होकर प्रदर्शन करना चाहा, जिन्हें रोक दिया गया.
वार्षिक सेट-पीस राष्ट्रपति भाषण, जो पिछले वर्षों में लगभग एक घंटे से लेकर 90 मिनट से अधिक समय तक चला है, बाइडेन के लिए अपने अभियान मंच को तैयार करने का एक मौका था, क्योंकि ट्रम्प को एक चौंकाने वाली वापसी से रोकने की लड़ाई गंभीरता से शुरू हो गई है. हालांकि बाइडेन से ट्रम्प के नाम का जिक्र करने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन व्हाइट हाउस द्वारा पहले जारी किए गए अंशों में उन्होंने 77 वर्षीय रिपब्लिकन पर स्पष्ट रूप से कटाक्ष किया, जिन्होंने 2020 की अपनी चुनावी हार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और अब चुनावों में बाइडेन से मामूली अंतर से आगे हैं.
ये भी पढ़ें:-
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.