अमेरिका में इस साल के अंत में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन सुरक्षित कर लिया है. यानी आगामी चुनाव में अब जो बाइडेन और ट्रंप के बीच मुकाबला होना तय है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को इस साल के अंत में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन सुरक्षित कर लिया है. अमेरिकी मीडिया के अनुसार बाइडेन की दावेदारी तय होने के बाद अब आगामी चुनाव में मुकाबला बेहद रोमांचक हो सकता है.
अमेरिकी मीडिया के अनुसार जो बाइडेन जिन्हें नामांकन जीतने के लिए 1,968 प्रतिनिधियों की आवश्यकता थी, ने जॉर्जिया में प्राथमिक प्रतियोगिता में ही इस जादूई आंकड़े को पार कर लिया, जबकि मिसिसिपी, वाशिंगटन और उत्तरी मारियाना द्वीप राज्यों में इसी तरह के परिणाम की उम्मीद है.
आपको बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनने के लिए एक अप्रत्यक्ष चुनाव या प्राथमिक चुनाव आयोजित किया जाता है. जहां मतदाता प्रत्येक पार्टी सम्मेलन में प्राप्त प्रतिनिधियों की संख्या तय करते हैं और ये प्रतिनिधि बदले में पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन करते हैं. प्राइमरीज़ में, उम्मीदवारों को पार्टी का राष्ट्रपति पद का नामांकन जीतने के लिए कनवेंशन में प्रतिनिधियों के बहुमत के वोटों की आवश्यकता होती है.
जो बाइडेन से इस चुनाव के तुरंत बाद ही समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जब उनसे बात की तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मतदाताओं के पास अब इस देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेने का विकल्प है. क्या हम खड़े होकर अपने लोकतंत्र की रक्षा करेंगे या दूसरों को इसे तोड़ने देंगे? क्या हम चुनने और अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने का अधिकार बहाल करेंगे या चरमपंथियों को इसे छीनने देंगे?
उम्मीद है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज रिपब्लिकन पार्टी के लिए इसी तरह की सफलता दोहराएंगे, क्योंकि रिपब्लिकन नामांकन के लिए उनकी अंतिम प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली ने पिछले सप्ताह "सुपर मंगलवार" पर 15 में से 14 राज्य प्रतियोगिताओं में उनकी जीत के बाद अपना अभियान समाप्त कर दिया था.
ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिनके ऊपर एक आपराधिक मुकदमा चल रहा है. उन पर आरोप है कि उन्होंने एक पोर्न स्टार को गुप्त धन भुगतान को छिपाने के लिए कहा था. वो चुनावी अभियान के दौरान अदालत में उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ट्रम्प पर 2020 के चुनाव को पलटने का प्रयास सहित चार अभियोगों पर 91 गुंडागर्दी के आरोप हैं. वह अमेरिका एकमात्र ऐसे पूर्व राष्ट्रपति हैं जिनके ऊपर दो बार महाभियोग की कार्रवाई हुई है.
वहीं जो बाइडेन की व्हाइट हाउस में वापसी को बहुसंख्यक मतदाताओं ने यह मानते हुए फिलहाल खारिज किया है कि वह अगले चार साल के कार्यकाल के लिए बहुत बूढ़े हैं. अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर चल रहा संकट जहां प्रवासियों की आमद ने व्यवस्था को चरमरा दिया है. बाइडेन के लिए यह एक और कमजोरी है. हाल ही में एक अवैध आप्रवासी द्वारा कथित तौर पर जॉर्जिया के नर्सिंग छात्र लेकन रिले की हत्या भी दोनों पक्षों के बीच विवाद का विषय बन गई है.
बीजेपी के चुनावी वादों में नया वादा शामिल - भारतीय शहरों में खुलेंगे अमेरिकी वाणिज्य दूतावास
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Edited by: संज्ञा सिंहLok Sabha Elections 2024: बीजेपी के अमृतसर से उम्मीदवार तरनजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sandhu) नया वादा करने में सबसे आगे हैं. उन्होंने बेंगलुरु के साथ अमृतसर में भी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (US Consulate) लाने का वादा किया है. दूतावास के वादे की सबसे पहले बात बीजेपी (BJP) सांसद तेजस्वी सूर्या ने की थी. पूर्व राजनयिक तरणजीत सिंह संधू ने लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. 61 साल के संधू ने अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले एक रोड शो किया, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर उनके साथ थे.
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति बाइडेन (US Joe Biden) ने कहा," अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बढ़ने का एक बड़ा कारण यह है भी है, "क्योंकि हम अप्रवासियों का स्वागत करते हैं."
इस बार अमेरिका का चुनावी भविष्य क्या होगा, ये समझाने के लिए उन्होंने 13 कीज टू द व्हाइट हाउस नाम से प्रिडक्शन तैयार किया है. ये कीज असल में ट्रू और फॉल्स सवालों की एक फेहरिस्त है.
नोएम उन उम्मीदवारों की सूची में हैं, जिन पर डोनाल्ड ट्रंप अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में विचार कर रहे हैं. ट्रम्प को 5 नवंबर को डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ आम चुनाव का सामना करना है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए चल रहे प्रचार के दौरान ट्रंप (US Elections 2024) अपने बयानों की वजह से लगातार चर्चा में बने हुए हैं. 'नफरती भाषण' के लिए उनकी अक्सर आलोचना होती है. विशेषज्ञों को डर है कि ट्रंप के ऐसे भाषण से हिंसा का खतरा बढ़ रहा है.
अमेरिका की राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में सिख समुदाय के लोगों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में एक कार रैली निकाली. उन्होंने कहा कि "भाजपा की जीत न केवल भारत के लिए, बल्कि दुनिया में भी शांति एवं स्थिरता लाने के लिए समय की मांग है."
ट्रंप की टिप्पणियों (US Presidential Election 2024) पर डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के प्रवक्ता एलेक्स फ्लॉयड ने सोमवार को एक बयान में कहा, "ट्रंप द्वारा यहूदी समुदाय के खिलाफ लगातार किए जा रहे भयावह,आक्रामक हमलों से यहूदी अमेरिकी बेहतर के हकदार हैं."
भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली और हरदीप सिंह पुरी को क्रमशः 2014 और 2019 में अमृतसर से हार का सामना करना पड़ा था.
US President Election: संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में अपनी स्थिति सुरक्षित करने के कुछ दिनों बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने निर्वाचित नहीं होने पर "खूनखराबा" की चेतावनी दी है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह किस बारे में बात कर रहे थे.
जो बाइडेन से चुनाव के तुरंत बाद ही समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जब उनसे बात की तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मतदाताओं के पास अब इस देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेने का विकल्प है.