अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Elections 2020) के लिए अभी तक सर्वाधिक करीब 10 करोड़ लोग मतदान कर चुके हैं और अन्य छह करोड़ के मंगलवार को चुनाव वाले दिन अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की संभावना है. फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल पी. मैक्डॉनल्ड के अनुसार 1990 के बाद पहली बार रिकॉर्ड 16 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं. मैक्डॉनल्ड ‘यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट' का नेतृत्व करते हैं, जो चुनाव पूर्व मतदान पर नजर रखता है.
उन्होंने सोमवार को कहा, ‘अनुमान है कि करीब 10 करोड़ लोग मंगलवार सुबह तक मतदान कर चुके होंगे.' उन्होंने कहा कि मतदान का स्तर 2016 से अधिक रहने की संभावना है. उदाहरण के लिए हवाई, टेक्सास और मोंटाना जैसे राज्यों में पहले ही 2016 के मतदान से अधिक वोटिंग हो चुकी है. वहीं नॉर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया, न्यू मेक्सिको, नेवाडा और टेनेसी में सर्वाधिक पूर्व-मतदान हुआ है, जो कि 2016 में हुए मतदान से करीब 90 प्रतिशत अधिक है.
अमेरिका में तीन नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से है. सोमवार को वोटिंग की पहले की शाम चुनावी सर्वेक्षणों के नतीजे आए हैं, जिनमें देखा गया है कि ट्रंप और बाइडेन के बीच जीत का अंतर बहुत कम रहने वाला है. जीते कोई भी, जीत का मार्जिन बहुत ज्यादा नहीं होगा.
अमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
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Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.